हटाए जाने के बाद भी दफ्तर में डटे हैं भ्रष्टाचार के ब्रांड एम्बेसडर

शिवपुरी। जिले के विवादस्पद आदिमजाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक एलआर मीणा जिन्हें शिवपुरी.दभास्कर.कॉम ने सबसे पहले शिवपुरी में भ्रष्टाचार के ब्रांड एम्बेसडर की उपाधि से नवाजा था, के कारनामें अभी थमनें का नाम नही ले रहे है। विधानसभा में आदिम जाति कल्याण राज्यमंत्री हरीशंकर खटीक द्वारा हटाए जाने के बाद भी शिवपुरी के जिला संयोजक एलआर मीणा बेहिचक जिला कार्यालय में काम कर रहे है। इतना ही नही पुराने लंबित कार्यो को बेधड़क निपटाया जा रहा है। जिलाधीश कार्यालय प्रागंण में स्थित आदिम जाति के जिला कार्यालय में दिन में ही नही रात को भी जबर्दस्त अंदाज मे काम किया जा रहा है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के इस समय विवादस्पद अधिकारी एलआर मीणा पुराने कामों को निपटा रहे हैं। यहां पिछलें तीन दिन से देर शाम से रात तक काम हो रहा है। सूत्र बताते है कि पुराने गडबड़ घोटाला से सम्बंधित कामों को निपटाने मेें एलआर मीणा के निर्देेश पर उनके कुछ खास सिपाहसलाहार लगे हुए है। जिला संयोजक का अधीनस्थ अमला साहब के निर्देश पर देर रात तक पुराने कामों को निपटा रहे है। बताया जाता है कि इस समय साहब अपने समय के कुछ खास कार्यो के पेपर को पूरा कर रहे है। बताया जा रहा है कि बड़े साहब अर्थात कलेक्टर साहब को भी इस बात की भनक लग चुकी है मगर अभी नए अधिकारी के नाम की घोषणा राज्य शासन द्वारा न किए जाने के कारण पूरा मामलें में कलेक्टर भी शांत है।

जांच हुई तो सामने आएंगे घोटाले

शिवपुरी से हटाए गए जिला संयोजक एलआर मीणा के कार्यकाल में आदिम जाति विभाग में कई मनमाने काम हुए। विभाग के छात्रावासों एवं स्कूलों में मनमानें अंदाज में  पिछलें दिनों भर्ती को अंजाम दिया गया। इसके अलावा एसी, एसटी के छात्रों के लिए विभिन्न सामग्री की खरीदी में भी गडबड़ की गई है। सूत्र बताते है कि पिछलें एक साल में किए गए कार्यो एवं खरीदी की यही सही जांच हुई तो कई बड़े मामले सामनें आ सकतें हैं।

राज्य शासन के आदेश से मामला उलझा

पिछलें दिनों जब सदन मेें आदिम जाति कल्याण मंत्री हरीशंकर खटीक ने जिला संयोजक एलआर मीणा को हटानें की घोषणा की थी तो शिवपुरी में नया जिला संयोजक कौन होगा और यहां के जिला संयोजक  एलआर मीणा हटाए जाने के बाद कहां जांएगे इसके बारे में स्पष्ट नही किया गया। इसी का फायदा यहां पदस्थ जिला संयोजक उठा रहे हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि शिवपुरी कलेक्टर इस मामले में क्यों नहीं वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेते, और क्यों विधानसभा में घोषणा हो जाने के बाद भी श्री मीणा को कार्यालय में आने दिया जा रहा है। कांग्रेस ने इस बारे में शीघ्र कार्यवाही की मांग करते हुए नए जिला संयोजक को शिवपुरी में पदस्थ करने की मांग की है।

विधायक रमेश खटीक ने उठाया था मामला

करैरा से भाजपा विधायक रमेश खटीक ने जिला संयोजक एलआर मीणा के खिलाफ मामला विधानसभा में उठाया था। जिसमें आरोप लगाए गए थे कि जिला संयोजक ने मनमाने अंदाज में 35 से अधिक संविदा शिक्षकों की भर्ती की और इस मामलें में कलेक्टर से किसी तरह की अनुमति नही ली। इसके अलावा छात्रावासों में अधीक्षकों और शिक्षकों को वर्ष 2011 में अधिकार न होने के बाद भी स्थानांतरण किए। इसके अलावा विधानसभा में भी गलत जानकारी प्रेषित की। विधानसभा में उक्त मामला सत्ताधारी दल के भाजपा विधायक द्वारा उठाए जाने के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक केपी सिंह ने भी इस मामले में मंत्री का ध्यान इस ओर रखा। सदन में मामला गरमाने के बाद अंतत: मंत्री को जिला संयोजक को हटाने की घोषणा करनी पडी।