प्रसव होने के बाद पहुंची जननी एक्सप्रेस, नवजात की मौत, माँ गंभीर

शिवपुरी. मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली जननी सुरक्षा योजना का शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों एवं जननी के ठेकेदार की मिलीभगत के चलते जमकर पलीता लगाया जा रहा है। यहंा पर खुले में प्रसव आम बात हो गई है। बीते रोज जननी एक्सप्रेस के कर्ताधर्ताओं की हीलाहवाली के चलते एक नवजात शिशु की मौत हो गई। जिसमें जननी एक्सप्रेस चालक द्वारा प्रसूता को प्रसव उपरांत जिला चिकित्सालय न लाने के चलते प्रसूता और उसके बच्चे की हालत बिगड़ गई जिसमें बच्चे की मौत हो गई एवं उसकी माँ को गंभीर हालत के चलते जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार धनकुंवर पत्नी मानसिंह जाटव उम्र 25 साल निवासी खरगोहा थाना पिछोर को गत रोज प्रसव पीड़ा के चलते परिजनों द्वारा जननी एक्सप्रेस को कॉल किया गया। जननी एक्सप्रेस वाहन आने से पहले ही धनकुंवर ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। जैसे ही वहां पर जननी वाहन पहुंचा तो वाहन चालक ने प्रसूता के परिजनों से चलने के लिए कहा जिस पर से धनकुंवर की सास रामदेवी जाटव ने वाहन चालक से कहा कि प्रसव हो गया है तुम थोड़ी देर रूको हम प्रसूता के कपड़े बदलकर उसे लेकर चल रहे है इतना सुनते ही जननी चालक ने रूकने में आसमर्थता जताते हुए वहां से वापिस लौटकर आ गया। 

धुनकुंवर के परिजनों द्वारा जननी एक्सप्रेस वाहन को रोकने के सभी प्रयास किए गए लेकिन वाहन चालक ने उनकी एक न मानी। प्रसव उपरांत अधिक रक्त प्रसाव के चलते धनकुंवर एवं उसके बच्चे की हालत बिगड़ गई। जिसके चलते नवजात बच्चे ने दम दोड़ दिया और प्रसूता महिला की हालत बिगड़ गई। परिजनों द्वारा जैसे तैसे धनकुंवर को उपचार हेतु स्वास्थ्य केन्द्र पिछोर लाया गया जहां से चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत के चलते उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया है। यदि प्रसूता को समय पर उपचार मिल जाता तो यह घटना घटित नहीं होती। यह पहला मामला नहीं है जिसमें जननी एक्सप्रेस के कर्ताधर्ताओं की लापरवाही सामने आई हो बल्कि इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके है।