कबाड़ हो रहा है करोड़ों का स्टेडियम

शिवपुरी. जिला मुख्यालय पर करोड़ों रूपए की लागत से बनाया गया स्वर्गीय माधवराव सिंधिया खेल स्टेडियम इन दिनों अव्यवस्थाओं के घेरे में है। इस स्टेण्डियम के निर्माण में केन्द्र और राज्य सरकार ने करोड़ों रूपए का बजट उपलब्ध कराकर निर्माण कराया मगर आज यहां हालत यह है कि स्टेडियम बदतर स्थिति में हैै। यहां विभिन्न खेल मैदान अव्यवस्थाओं के घेरे में है। खिलाडिय़ों द्वारा कई मर्तवा यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं के संबंध में जिला खेल अधिकारी एमके धौलपुरिया को भी बता दिया गया है। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

स्टेडियम पर सबसे बुरे हालत इंडोर मैदान पर है यहां वर्तमान में टेबिल टेनिस और बैडमिंटन के खेल चलते हैं। कई खिलाडिय़ों ने यहां मासिक फीस देकर अपना पंजीयन करा रखा मगर इंडोर में गंदगी का साम्राज्य रहता है। यहां नियमित रूप से सफाई नहीं होती है। सफाई न हो पाने के कारण यहां खेलने आने वाले खिलाड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इंडोर मैदान के नजदीक लैटरिंग, बाथरूम बुरी तरह गंदगी की चपेट में हैं। पूरे स्टेडियम गंदगी और कचरा व्याप्त है। खिलाडिय़ों का आरोप है कि स्वर्गीय माधव राव सिंधिया स्टेडियम की जिम्मेदारी संभालने वाले जिला खेल अधिकारी एमके धौलपुरी यहां नियमित रूप से नहीं आते हैं। उनके यहां न आने के कारण व्यवस्थाएं चारों खाने चित्त पड़ी हुई है। खिलाडिय़ों से इंडोर में पंजीयन के नाम पर 150 रूपए से लेकर 300 रूपए प्रतिमाह बसूले जाते हैं मगर राशि बसूलने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी जाती। कुछ खिलाड़ी राजीव शर्मा, सुनील जैन, टानू राजौरिया, जिनेश जैन, अमिताभ त्रिवेदी, आलोक गुप्ता, दुष्यंत गोयल आदि ने मांग की है कि यहां व्यवस्थाएं सुधारी जाएं। 

भर्ती के नाम पर बड़ा घोटाला

स्वर्गीय माधवराव सिंधिया खेल परिसर में करीब एक दर्जन से अधिक लोगों की विभिन्न पदों पर भर्ती की गई है। सरकार से मोटी रकम लेने वाला यह स्टाफ खेल मैदान से गायब रहता है। स्टाफ की कार्य व्यवस्था केवल कागजों में चल रही है। मनमाने अंदाज में कुछ सालों पहले यहां भर्ती को अंजाम दिया गया था। जिसमें कुछ खास लोगों को चिन्हित करके उपकृत कर दिया गया। आज हालत यह है कि सरकारी मद से प्रतिमाह लाखों रूपए इनके वेतन पर खर्च हो रहा है। मगर यह स्टाफ मैदान से गायब रहता है। 

सांसद सिंधिया भी जता चुके है नाराजगी

खेल स्टेडियम पर व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर केन्द्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री और क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। बीते दिनों जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में जिला खेल अधिकारी के समक्ष सांसद सिंधिया ने नाराजगी व्यक्त की थी। बताया जाता है कि सांसद सिंधिया को स्थानीय कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि करोड़ों के बजट से निर्मित इस स्टेडियम में अव्यवस्थाएं हैं और जिला खेल अधिकारी बराबर ध्यान नहीं देते हैं। जिला सतर्कता समिति की बैठक में सांसद सिंधिया की नाराजगी के बाद जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक ने व्यवस्थाएं दुरूस्त करने का आश्वासन दिया था।