कुछ ऐसी है थानेदार मैडम की मुस्तैदी, शराबियों पर कार्रवाई, चोरों को खुली छूट

सेन्ट्रल डेस्क
शिवपुरी की पुलिस की आज अजीबोगरीब कार्रवाईयां प्रकाश में आईं हैं। पटवारी आत्महत्याकांड की जांच पूरी न कर पाने वाली पुलिस ने करैरा में शराब माफिया के खिलाफ पूरे लश्कर के साथ छापामार कार्रवाई की, लेकिन गिरफ्तार नहीं कर पाई। बावजूद इसके अपनी पीठ ठपठपाई जा रही है। इधर फिजीकल पुलिस चौकी की प्रभारी ने खुले मैदान में शराब पीने वालों पर तो पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई की, लेकिन अपनी ही पुलिस चौकी के ठीक सामने चोरी होने से नहीं रोक पाई। आप खुद देखिए दोनों खबरें :-
सरेराह पी रहे थे शराब, पुलिस ने अंदर कर दिया
शिवपुरी-शहर के कोतवाली क्षेत्रांतर्गत बीते रोज फिजीकल चौकी प्रभारी निशा अहिरवार ने सार्वजनिक स्थल पर अवैध रूप से बैठकर दारू पी रहे युवकों को धर दबोचकर क्षेत्र में सनसनी फैला दी। इस धर पकड़ कार्रवाई को बीती रात्रि अंजाम दिया गया। पुलिस को पिछले लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि फिजीकल कॉलेज क्षेत्र में शाम ढलते ही आसामाजिक तत्वों का जमावड़ा यहां पर लगना शुरू हो जाता है और देर रात्रि पर यह युवक खुले तौर पर शराबखोरी को अंजाम देते हैं। 

पुलिस ने यहां पर कार्रवाई करते हुए इस स्थान से मंजीत खटीक, रंजिश शाक्य, जगदीश स्वीपर, जितेन्द्र शाक्य, बल्ला शाक्य, राहुल जाटव, राहुल शाक्य, दीपक शाक्य निवासी संजय कॉलोनी शिवपुरी को धर दबोचकर फिजीकल चौकी लाया गया और इनके खिलाफ 34 पुलिस एक्ट के तहत इन पर कार्रवाई कर मेडीकल परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। शहर के अन्य स्थान गांधी पार्क, पोलोग्राउण्ड, सुभाष पार्क, सावरकर पार्क, विष्णु मंदिर के सामने, हवाई पट््टी, ईदगाह आदि क्षेत्रों में भी शाम ढलते ही पिवक्कड़ों का मजमा लगना श्ुरू हो जाता है जो कि देर रात्रि तक बिना किसी भय बदस्तूर जारी रहता है। बीती रात्रि फिजीकल पुलिस द्वारा जो कार्रवाई को अंजाम दिया गया है अगर इसी तर्ज पर पुरानी शिवपुरी एवं शहर के अन्य क्षेत्रों में भी कार्रवाई की जाए तो स्थिति को कुछ हद तक काबू किया जा सकता है।  

फिजीकल चौकी के सामने से चोरी

शिवपुरी-कोतवाली थाना क्षेत्र की फिजीकल चौकी अंतर्गत शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात किन्हीं अज्ञात चोरों ने चौकी के सामने धावा बोलते हुए वहां के ताले चटका दिए। जबकि चोरी गए सामान का खुलासा नहीं हो सका था और न ही पुलिस ने कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन चौकी के सामने घटित हुई इस वारदात में न सिर्फ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है, बल्कि गश्त व्यवस्था को भी संदेह के दायरे में ला खड़ा किया है। यहां बताना लाजमी होगा कि चौकी के सामने अज्ञात चोरों द्वारा अपने बुलंद हौंसलों को प्रदर्शित करने की यह कोई पहली वारदात नहीं है, बल्कि इससे पूर्व भी पुलिस चौकी के सामने ही कई दुकानों के ताले चोरों द्वारा तोड़े गए हैं। यहां विचारणीय पहलू यह है कि आखिर जिस समय अज्ञात चोर दुकानों के ताले चटका रहे थे तब पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी आखिर किस कुंभकर्णी तन्द्रा में थे...? यहां पुलिस की कार्यवाही भी कठघरे में नजर आती है।