जू V/s जूं विवाद: प्रभात झा को मोहलत, ब्रजेन्द्र तोमर को चेतावनी

शिवपुरी। बीते दिनों पिछोर में केपी सिंह पर हल्ला बोलने आए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा द्वारा केपी सिंह जिन्हें क्षेत्र में सम्मान से कक्काजू कहा जाता है, को जूं शब्द से संबोधित करके प्रभात झा ने लगता है आफत मोल ले ली है। इस संबोधन को समाज का अपमान मानते हुए क्षत्रिय समाज संगठित होने लगा है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने प्रभात झा को 21 फरवरी तक मोहलत दी है कि वे माफी मांग लें, अन्यथा समाज उनके खिलाफ सड़कों पर उतर आएगा। इधर अपने प्रदेश अध्यक्ष के सुर में सुर मिलने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष ब्रजेन्द्र सिंह तोमर को भी महासभा ने चेतावनी दी है कि वह समाज की प्रतिष्ठा के प्रश्र पर राजनीति की रोटियां सेंकने का प्रयास न करे अन्यथा उसका सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाएगा।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने प्रेसवार्ता के माध्यम से प्रदेशाध्यक्ष झा के द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर क्षमा याचना की मांग की और इस संबंध में एक ज्ञापन कलेक्टर को भी सौंपा। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाने की बात कही अन्यथा समाज ऐसे लोगों का भी विरोध करने से पीछे नहीं हटेगा। यह जानकारी क्षत्रिय महासभा के दुर्ग सिंह कुशवाह, आर.पी. सिंह तोमर, सुखेन्द्र सिंह कुशवाह, आर.बी.एस.चौहान,जगमोहन सिंह सेंगर, केशव सिंह तोमर, गुलाब सिंह कुशवाह, मदन सिंह बघेल, आलोक सिंह चौहान, सी.पी. सिंह कुशवाह, विजय सिंह चौहान, उपेन्द्र सिंह तोमर, गजेन्द्र सिंह सोलंकी, साहब सिंह कुशवाह आदि ने दी।

क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मोहर पाल जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष झा की बयानबाजी पर कोई राजनीतिक टीका-टिप्पणी नहीं होना चाहिए अन्यथा समाज उस व्यक्ति का भी विरोध करने से गुरेज नहीं करेगा जो समाज हित को छोड़ राजनीति की पगडंडियों का सहारा लेकर स्वयं को ऊंचाई पर दिखाने का साहस करेगा। इस संदर्भ में महामंत्री गजेन्द्र सिंह सोलंकी ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह तोमर को नसीहत देते हुए कहा कि वह एक राजनैतिक जिला पदाधिकारी है इसलिए उनकी बयानबाजी भी राजनैतिक दृष्टि की ओर इंगित करती है और राजनीतिक लाभ की दृष्टि से यह बयान जारी हुआ है लेकिन इस तरह के बयानों से समाज का अहित होगा। कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक सिंह चौहान ने इस बारे में कहा कि किसी समाज के सम्मान को यदि ठेस पहुंचाई और वह बर्दाश्त कर ले तो यह क्षत्रियों का धर्म नहीं और झा ने जो टिप्पणी की वह समाज के लिए अपमान की बात है इसे राजनीतिक रंग देने का प्रयास भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द सिंह तोमर ने किया है। 
 
 
क्षत्रिय सी.पी. सिंह कुशवाह का कहना है कि कक्काजू, बब्बाजू, नन्नाजू बुन्देलखण्ड के सम्मानीय शब्द है और यह बुन्देलखण्ड ही नहीं बल्कि कई जगह जू लगाकर जिस व्यक्ति का संबोधन होता है वह सम्मानी होता है। इसे राजनीति से प्रेरित नहीं समझना चाहिए बल्कि समाज हित में मानकर इस तरह की टिप्पणी करने वालों के विरूद्ध आगे आना होगा ताकि इस तरह की बयानबाजी भविष्य कोई भी ना कर सके। इन सभी के साथ-साथ अन्य क्षत्रियों ने भी इस तरह की बयानबाजी की निंदा की है और इसे राजनीति से नहीं बल्कि समाज हित में मानकर समझे ऐसी आशा व्यक्त की है। इस घटना के विरोध में क्षत्रिय महासभा ने प्रदेशाध्यक्ष झा को चेतावनी देते हुए कहा कि वह 21 फरवरी तक अपने दिए शब्दों को वापस लेकर क्षत्रिय समाज से क्षमा मांगे अन्यथा 22 फरवरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष झा के प्रति क्षत्रिय महासभा अपना विरोध दर्ज कराएगी साथ ही माफी मांगने के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। सभी क्षत्रिय बन्धुओं से इस आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।