सोना-चांदी नहीं, लाखों का बिल्डिंग मटेरियल चोरी


शिवपुरी। शुक्रवार की रात्रि को अज्ञात चोरों ने फिर चोरी की वारदात की जिसमें नया फायर ब्रिग्रेड के समीप निवासरत रावत परिवार जब शादी समारोह में गए हुए थे कि तभी इस सूने मकान को कुछ अज्ञात चोरों ने निशाना बनाया और यहां से मैदान में व कुछ कमरों में पड़े लोहे के सामान सहित घर में रखी पल्सर बाईक को तड़ दिया। इसके बाद इन चोरों से कमरे का ताला नहीं टूटा अन्यथा एक बड़ी चोरी करने में चोर कामयाब हो जाते। पीडि़त फरियादी ने अपने घर में हुई चोरी की रिपोर्ट पुलिस कोतवाली में दर्ज करा दी है। पुलिस ने मामला विवेचना में ले लिया है।
शहर के बीचों बीच फतेहपुर क्षेत्र को जाने वाले मार्ग नया फायर ब्रिगेड के समीप निवासरत विक्रम सिंह रावत पुत्र दयाराम रावत का पूरा परिवार अपने घर को दादाजी के भरोसे छोड़कर शादी समारोह में गए हुए थे। इसी दौरान पहले से ही खैरखबर लेकर चोरों ने इस घर को अपना निशाना बनाया और इधर-उधर से इस घर में प्रवेश कर यहां खड़ी पल्सर बाईक क्रमांक एम पी 33 बी 7710 को चोरी कर ली, इससे भी जब इन चोरों का मन नहीं भरा तो इन्होंने अन्य जगह खाना तलाशी की जहां से बिल्डिंग मटैरियल का हजारों का व टीनशेड फाउण्डेशन के लाखों रूपये की सामग्री को चोरों ने तड़ दी। इन सब सामान की चोरी तसल्ली से करने के बाद अब चोरों ने इस मकान के अंदर जाने का मन बनाया कि तभी दरवाजे का ताला तोड़ते समय घर में सो रहे दादाजी की नींद खुल गई। घर में किसी व्यक्ति की आवाज को सुनकर वहां से रफूचक्कर हो गए। चूंकि रात्रि का समय था तो दादाजी ने दरवाजे खोले तब तक चोर भाग चुके थे। इस बीच शनिवार की सुबह जब विक्रम रावत अपने परिवार के साथ निवास पर पहुंचे तो वह वहां का माहौल देखकर हतप्रभ रह गए। जहां देखा कि उनकी पल्सर बाईक, कुछ साईकिलें व बिल्डिंग मटैरियल के सामान सहित टीनशेड का पूरा फाउण्डेशन का सामान भी मौके से गायब था। आसपास देखने पर पता चला कि कुछ नहीं मिला इतना समझते हुए उन्हें देर नहीं लगी और पूरा वाक्य समझ आ गया कि चोरों ने उनके सूने मकान पर धावा बोलकर यहां रखे सामान पर हाथ साफ कर दिया। लाखों रूपये की हुई चोरी के मामले को लेकर फरियादी विक्रम सिंह रावत ने पुलिस कोतवाली में पूरा मामला समझाकर घटनास्थल का निरीक्षण कराया और पुलिस में अज्ञात चोरों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामला विवेचना में लेकर शीघ्र ही मामले में कार्यवाही का आश्वासन दिया है।


कहां गए बीट प्रभारी,चीता मोबाईल और दीवान-दरोगा?
 
 
 
 
 
पुलिस कोतवाली थाना क्षेत्र के बीट प्रभारी, गश्ती दल, चीता मोबाईल, दीवान-दरोगा आदि सब मिलाकर भूरा-पूरा पुलिस बल इस थाना क्षेत्र में कार्य करता है इसके बाद भी आए दिन चोरी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पूरे नगर में चोरों के द्वारा कारित वारदातों को अंजाम देने के बाद एक भी चोर अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा जबकि एक-एक क्षेत्र में इतना बड़ा पुलिस बल कार्य करता है फिर चोरों द्वारा घटनाओं को अंजाम देना कहीं न कहीं पुलिस की मिलीभगत का ही पराश्रय नजर आता है। यदि पुलिस अपने कार्य को ठीक ढंग से करे तो चोरों की क्या हिम्मत की वह चोरी की वारदात कर सके। शहर के नया फायर ब्रिगेड इंटीरियल क्षेत्र में आता है यहां भी इतना ही पुलिस बल काम करता है फिर भी विक्रम सिंह रावत के सूने मकान पर चोरों ने धावा बोला और यहां से बाईक सहित लाखों रूपये का सामान चोरी कर लिया। इस तरह चोरी की वारदात कर फरार हो जाना इस क्षेत्र में मौजूद पुलिस व्यवस्था की पोल खोलता है जो कहीं न कहीं कुछ मिलीभगत की ओर भी इशारा करता है। जबकि इंटीरियल क्षेत्र में तो पुलिस को और अधिक सजग रहना चाहिए फिर भी यहां ऐेस हालात है कि चोर पुलिस की नाक के नीचे से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। इससे सुरक्षा प्रणाली की कमी साफ नजर आती है। इस ओर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि अपने अमले को चुस्त-दुरू स्त कर इन घटनाओं को रोका जा सके अन्यथा आमजन का यदि पुलिस से विश्वास टूटा तो फिर इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते है।