शिवपुरी-जहां एक ओर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री विकास यात्रा के नाम पर क्षेत्र की जमीनी हकीकत जानने के लिए पैदल-पैदल यात्रा पर निकले हैं वहीं दूसरी ओर शिवपुरी विधायक और जिलाध्यक्ष रथ पर सवार हो सभाओं को संबोधित करने में जा जुटे।
कम शब्दों में कहने का लव्वोलुआब यह कि सीएम ने सरकारी खर्च पर असलियत जानने के लिए यात्रा की शुरूआत की, अब जब काम सरकारी खर्चे पर करना था तो नाम विकास यात्रा देना पड़ा, लेकिन टारगेट लोगों से मिलना और समय रहते यह पता करना कि कहीं कोई असंतोष तो नहीं।
शिवपुरी में शिवराज सिंह की इस मंशा के विरुद्ध विकास का ढोल पीटा जाने लगा। लोगों से मुलाकात और उनका दर्द जानने के बजाए सभाओं को संबोधित किया गया।
प्राचीन बांकड़े बाबा के मंदिर से भाजपा के जिलाध्यक्ष रणवीर रावत और विधायक माखनलाल राठौर ने विकास यात्रा के रथ को कुछ यूं रवाना किया मानो विकास और रथ से उनका कोई रिश्ता ही नहीं। एक औपचारिकता निभानी थी सो निभा दी गई। लोगों से संपर्क करना तो दूर की बात रथ के साथ धूल खाने की जहमत भी नहीं उठाई इन नेताओं ने। करैरा से बाली उमर में विधायिकी का सुख भोग चुके रणवीर सिंह रावत को भीड़ दिखी तो भाषण भी सुना डाला।
विकास रथ के साथ भाजपा नेता ओमी जैन, भरत अग्रवाल, जानकीलाल धाकड़, गिर्राज कोली मंडल मंत्री, अतुल श्रीवास्तव, हरीओम राठौर, हरिओम काका, मुकेश धाकड़ एवं कोक सिंह गुर्जर को रवाना कर दिया गया। पता नहीं वो आखिरी तक रथ में सवार रहे या...?
प्राचीन बांकड़े बाबा के मंदिर से भाजपा के जिलाध्यक्ष रणवीर रावत और विधायक माखनलाल राठौर ने विकास यात्रा के रथ को कुछ यूं रवाना किया मानो विकास और रथ से उनका कोई रिश्ता ही नहीं। एक औपचारिकता निभानी थी सो निभा दी गई। लोगों से संपर्क करना तो दूर की बात रथ के साथ धूल खाने की जहमत भी नहीं उठाई इन नेताओं ने। करैरा से बाली उमर में विधायिकी का सुख भोग चुके रणवीर सिंह रावत को भीड़ दिखी तो भाषण भी सुना डाला।
विकास रथ के साथ भाजपा नेता ओमी जैन, भरत अग्रवाल, जानकीलाल धाकड़, गिर्राज कोली मंडल मंत्री, अतुल श्रीवास्तव, हरीओम राठौर, हरिओम काका, मुकेश धाकड़ एवं कोक सिंह गुर्जर को रवाना कर दिया गया। पता नहीं वो आखिरी तक रथ में सवार रहे या...?