तहसीलदार से त्रस्त पटवारी ने की आत्महत्या/ चक्काजाम


शिवपुरी- जिले की कोलारस तहसील में पदस्थ एक पटवारी फिरोज खांन ने झांसी रोड़ पर स्थित घसारई तालाब में कूंदकर आत्महत्या कर ली। आत्म हत्या के बाद पटवारी द्वारा लिखित सोसाईड नोट में आरोप लगाया गया है कि कोलारस तहसील में पदस्थ लखीराम कोली की प्रताडऩा के चलते वह यह कदम उठा रहा है।


सुसाइड नोट मिलने के बाद मृतक पटवारी के परिजन और कुछ पुरानी शिवपुरी के एक विशेष वर्ग के लोगों ने शिवपुरी झांसी मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम के कारण हजारों वाहन इस राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 25 पर दोनों ओर खड़े हो गए। मृतक पटवारी के परिजनों का कहना था कि आत्म हत्या को विवश करने वाले कोलारस तहसीलदार लखीराम कोली के खिलाफ  आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज किया जाए। 

चक्काजाम कर रहे लोगों को समझाने के लिए शिवपुरी एसडीओपी संजय अग्रवाल और कोलारस एसडीएम श्री माथुर मौके पर पहुंचे और चक्काजाम हटाने की बात कहीं मगर आक्रोशित लोग नहीं माने। मृतक पटवारी फिरोज खान के सुसाइड नोट में साफ लिखा है कि वह पिछले कई दिनों से तहसीलदार की प्रताडऩा से त्रस्त हैं। इस नोट में कहा गया है कि उससे प्रतिमाह तहसीलदार द्वारा 60 हजार रूपए की मांग की जा रही है। यह पूर्ति न करने पर तहसीलदार उसे सस्पेंड करने की धमकी दी जा रही है। पटवारी के परिजनों द्वारा चक्काजाम करने के दौरान पटवारी संघ के कई पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए और मामला तनाव पूर्ण हो गया। 

सुबह हुई इस घटना को लेकर मुस्लिम संप्रदाय काफी रोष में था यही कारण रहा कि जब मृत पटवारी का शव पीएम के लिए भेजा तब भी मुस्लिम समाज के लोगों ने हंगामा किया और फिर देर शाम माधव चौक चौराहे पर भी चक्कामजाम कर तहसील के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इस मामले में मुस्लिम समाज व मृतक के परिजनों की मांग है कि तहसीलदार के विरूद्ध हत्या का मामला पंजीबद्ध किया जाए जबकि पुलिस का कहना है कि पहले मामले की जांच की जाएगी, जो सुसाईड नोट मिला है उसकी लेखनी मिलान किया जाएगा तत्पश्चात जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।

 
ये रहा सुसाइड नोट

कर्जे में था पटवारी  
आत्म हत्या करने वाला पटवारी फिरोज खांन पिछले कई दिनों से कर्जे में था। इस बात का खुलासा स्वयं पटवारी ने सोसाईड नोट में किया है। पटवारी में अपने सुसाइड नोट में कहा है कि पहले से ही साढ़े लाख रूपये के कर्जे में हैं और तहसीलदार लखीराम कोली उससे अवैध बसूली की मांग कर प्रताडि़त कर रहे हैं। पटवारी के परिजनों ने बताया कि कोलारस से वह रोज शाम को सात बजे तक घर आ जाते थे, कल शाम जब पटवारी अपने घर नहीं लौटा तो परिजनों ने इसकी खोज की, लेकिन बाद में पुलिस ने को किसी ने सूचना दी कि माधव लैक घसारई तालाब पर एक मोटर साईकिल और जूते पड़े हुए हैं। रात के समय मिली सूचना के बाद सुबह पुलिस ने तालाब में पटवारी की खोजबीन की तो पटवारी की लाश मिली।

पहले भी आत्महत्या कर चुका है एक पटवारी 
कोलारस क्षेत्र में प्रशासन की क्या हठधर्मिता इतनी बढ़ गई है कि आए दिन कर्मचारियों को प्रताडऩा का सामना करना पड़ता है? यह सवाल इसलिए क्योकि कोलारस क्षेत्र में ही पूर्व में भी एसडीएम अशोक कम्ठान से त्रस्त होकर एक पटवारी ने आत्महत्या कर ली थी। इस प्रकरण में भी कोलारस क्षेत्र में प्रशासन की काफी छीछलेदारी हुई थी और मृतक के परिजनों ने भी चक्काजाम व प्रदेश प्रशासन को इस संबंध में शिकायत की थी साथ ही पटवारी संघ ने भी पटवारी की मौत पर काफी हंगामा किया। इससे प्रकरण से अभी निजात भी नहीं मिल पाई कि फिर से कोलारस में एसडीएम के बाद तहसीलदार ने अपनी प्रताडऩा कर्मचारियों पर जडऩा शुरू कर दी। ये हम नहीं कह रहे यह कह रहा है मृतक पटवारी फिरोज खान का वह सुसाईड नोट जिसमें उसने तहसीलदार पर जबरन वसूली के रूप में 60 हजार रूपये व अवैध वसूली के साथ 40 हजार रूपये की मांग कर डाली। जब मृतक पटवारी उसकी इस पूर्ति को पूरा नहीं कर सका तो अंतत: उसने आत्मत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस मौत से कोलारस प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुलती नजर आ रही है। यदि यही रवैया रहा तो कैसे कहा जाएगा कि कोलारस में प्रशासन सही रूप से कार्य कर रहा है?

दर्जन भर पटवारियों ने भी तहसीलदार के खिलाफ खोला मोर्चा
 
 कोलारस में पदस्थ पटवारी फिरोज खान की मौत को लेकर अब अन्य पटवारियों ने भी कोलारस तहसीलदार लखीराम की पोल खोलकर रख दी है। जहां आज सुबह घटनास्थल पर पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष गोपाल प्रधान, कोलारस पटवारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष जितेेन्द्र सगर, संजीव मौर्य, मुकेश चौधरी, मनोज निगम व उमेश साहू सहित अन्य पटवारियों ने भी तहसीलदार लखीराम कोली के खिलाफ जमकर शिकायतें की और उनके द्वारा दी जा रही मानसिक प्रताडऩा को व्यक्त किया। मौके पर मौजूद पटवारी मुकेश चौधरी ने कहा कि फिरोज खान उसके साथ बीते 7 वर्षों से साथ रहकर कार्य करता था लेकिन कुछ दिनों से तहसीलदार लखीराम कोली के द्वारा फिरोज परेशान चल रहा था जिसके चलते उसने यह घातक कदम उठाया। मौके पर अन्य पटवारियों ने भी कहा कि तहसीलदार द्वारा मानसिक प्रताडऩा के कई पटवारी शिकार है ऐसे में तहसीलदार के विरूद्ध कार्यवाही आवश्यक है। कोलारस क्षेत्र के ही अन्य पटवारियों शैलेन्द्र शर्मा, संदीप श्रीवास्तव, प्रदीप अग्रवाल, प्रकाश आदिवासी, नेकराम, महेन्द्र कोरकू, पहलूराम जाटव, लाखन सिंह, अनिल भागौरिया और नौशाद बाबू क्लर्क आदि ने भी तहसीलदार के द्वारा दी जा रही प्रताडऩा को मीडिया के समक्ष व्यक्त किया।

काश कोई सुन लेता पटवारी की फरियाद
 

कोलारस में पदस्थ पटवारी फिरोज खान द्वारा तहसीलदार से मिली प्रताडऩा के चलते की गई आत्महत्या के पूर्व में तहसीलदार की प्रताडऩा संबंधी शिकायत जिला प्रशासन के अलावा प्रदेश के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों व मुख्यमंत्री को भी की थी। 

मृतक फिरोज पटवारी ने यह शिकायत पत्र देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश दिल्ली, मानव अधिकार आयोग, राज्यपाल म.प्र., मुख्यमंत्री भोपाल, मुख्य सचिव भोपाल, के.के.लाहौटी न्यायाधीश हाईकोर्ट जबलपुर को भेजा है और तहसीलदार द्वारा दी गई मानसिक प्रताडऩा से अवगत कराकर न्याय की गुहार लगाई।

 



लो शुरू हो गई जांच की चक्की, पता नहीं कब तक चलेगी 
मृतक पटवारी फिरोज खान के आत्महत्या मामले को लेकर सुबह से ही मृतक के परिजन व मुस्लिम संप्रदाय के लोग व पटवारी संघ तहसीलदार के विरूद्ध कार्यवाही की मांग कर रहे थे। यही कारण रहा कि जब मामला शांत नहीं हुआ तो सुबह से लगने मचने वाले हंगामे को शांत करने के लिए कलेक्टर जॉन किंग्सली ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है जिसमें जांच अधिकारी अपर कलेक्टर आर.बी.प्रजापति को जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं वर्तमान में इस मामले में लिप्त कोलारस तहसीलदार लक्षीराम कोली को जिला मुख्यालय लाईन अटैच किया गया है जब तक कोलारस में तहसीलदार के पद पर बदरवास के अजय शर्मा को तहसीलदार के रूप में पदस्थ किया गया है।

पहले प्रकरण दर्ज करो, फिर विवेचना और जांच :धैर्यवर्धन 
पटवारी फिरोज खान आत्महत्या प्रकरण में कोलारस तहसीलदार पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाला मामला मानकर धारा 306 के तहत प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए। ऐसे चरमपंथी भ्रष्टाचारी अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सुशासन की राह में बड़े रोड़ा बने हुए हैं। भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री धैर्यवर्धन ने कहा कि कोलारस अनुविभाग की यह दूसरी बड़ी घटना है पटवारी प्रकाश खटीक की आत्महत्या का कलंक अभी धुला भी नहीं था कि फिरोज खांन को प्राण त्यागने पड़े। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारी अधिकारियों से जनता को निजात दिलाने के लिए हृदय से प्रयासरत हैं तभी संपत्ति जप्त करने भ्रष्ट अधिकारियों को तय समय सीमा में दंडि़त करने संबंधी कानून प्रदेश ने बनाकर केन्द्र सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा है। धैर्यवर्धन ने मांग की है कि उपरोक्त तहसीलदार एवं उसके निकट संबंधियों के नाम से खरीदी गई संपत्ति को भी जांच की जद में लेना चाहिए। पटवारी फिरोज खांन की आत्महत्या जिले में फैले भयानक रिश्वतखोरी की महामारी का प्रतीक है।