भूमिगत हुए शिवपुरी के सटोरिए

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अशोक सम्राट/राकेश डागौर
शिवपुरी- आए दिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सट्टे के नाम पर खेल जाने वाले खेल के खात्मे के लिए पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह की रणनीति काम आई। जहां श्री सिंह ने अपने अधीनस्थ अमले को हर तरह से हर क्षेत्र से सट्टे का अवैध कारोबार को पूर्णत: बंद करने के लिए हिदायत दी। जिसका परिणाम आज यह हुआ कि शहर में अधिकांशत: सट्टे का अवैध कारोबार पूर्णत: बंद है। पुलिस अधीक्षक की इस कार्यवाही से जिले के नंबरों से फेर गायब होते नजर आ रहे है। जहां कई सटोरिए तो आज भी भूमिगत होकर अपने अन्य कार्यों की तलाश में जुटे है।


देखा जाए तो इसे पुलिस अधीक्षक के किए कार्यों का परिणाम माना जाएगा कि जिस सट्टे से एक परिवार नहीं बल्कि संपूर्ण समाज गलत रास्ते पर चला जाता है ऐसे में उसे राह पर लाना बड़ा कठिन कार्य है लेकिन श्री हनुमान जी की उपासना करने वाले पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह को अपने प्रयासों में सफलता लगते देर नहीं लगती। भले ही बात अगर मनपुरा काण्ड की हो या क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके डकैतों की धमचक का। हर जगह पुलिस अधीक्षक महोदय ने अपने विजयी झण्डे को गाढऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी यही कारण रहा है कि शहर में अवाम शांतिपूर्ण ढंग से अपना जीवन यापन कर रही है। जो मजदूर प्रतिदिन सुबह सट्टे नाम पर नंबरों की पूछताछ करता था आज वह अपने घर परिवार में उपयोग के लिए आने वाली सुविधाओं की बात करता नजर आता है। इसे शिवपुरी की मानसिकता ही कहेंगे कि यहां आने वाले अधिकांशत: अधिकारियों में से कुछेक ही होते है जो जनमानस पर अपना प्रभाव छोड़ते है। उन्हीं में से एक है पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह। जिनकी लगनशीलता का परिणाम आज हमें चहुंओर देखने को मिल रहा है।

यूं तो शिवपुरी अंचल को डकैतों के नाम से ज्यादा जाना जाता है और लोग डकतों के डर से सहमे भी रहते है। लेकिन जब से पुलिस अधीक्षक के रूप में आर.पी.सिंह ने जिले की कमान संभाली है तब से न केवल अपराधों में कमी की है बल्कि अपराधियों को भी सही रास्ता दिखाने के कई तरीकों का श्री सिंह साहब ने अपनाया और आज उसकी बदौलत कई बिगड़े हुए अपराधी सही राह पकडऩे की जुगत में लगे हुए है। जुआ, सट्टा, अवैध शराब, डकैती, लूट, हत्या, बलात्कार इन सभी के किस्से आए दिन देखने-सुनने पढऩे को मिलते है लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा है कि इन अपराधों से शिवपुरी को मुक्ति कब मिलेगी। यदि इसकी खुली नजीर की बात की जाए तो यहां इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए श्री हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह के कार्यों की खुले मन से प्रशंसा की जा सकती है। जहां महज अपने अभी तक छोटे से कार्यकाल में न केवल बढ़ते अपराधों को रोका बल्कि कई ऐसे कारोबार जो शहर में फलते-फूलते थे उन्हें बंद कराने में इनकी महती भूमिका रही। 

यदि वर्तमान में बात की जाए तो सट्टे  के अवैध कारोबार से जगह-जगह सट्टा खेलने और खिलाने वालों की भीड़ शहर के कई क्षेत्रों में देखी जा सकती है। इसके लिए तो कई क्षेत्र एक तरह से घोषित हो चुके थे जिसमें से कमलागंज, कमलागंज की पुलिया, झींगुरा, तलैया मोहल्ला, फिजीकल क्षेत्र, फतेहपुर, मदकपुरा, मीट मार्केट, सईसपुरा आदि ऐसे क्षेत्र रहे जहां सरेआम सट्टा किंग सट्टे की पर्चीयां कट्टे के रूप में काटे देखे जा सकते थे। इसकी भनक जब पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह को लगी तो उन्हेांने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को इसे खत्म करने के लिए निर्देश दिए परन्तु कुछ ने अच्छा कार्य किया तो कुछ काम में थोड़े फीके रह गए। तब कहीं जाकर पुलिस कोतवाली नगर निरीक्षक दिलीप सिंह यादव को सट्टा के खिलाफ अभियान छेडऩे के लिए श्री सिंह ने आदेशित किया। 

जिस पर दिलीप यादव ने भी बड़ी ही सूझबूझ से तरीका निकला और अभियान के रूप में अल्प समय में ही शहर के कई क्षेत्रों में आकस्मिक छापामार कार्यवाही के साथ सट्टे की पर्ची, सटोरियों को पकड़ा भी गया। जहां इन्हें सीखचों में पहुंचाने के बाद यह पुलिस विभाग के मुखिया ने यह कभी नहीं सोचा था कि इन सटोरियों के जीवन को बिगाड़ा जाए बल्कि इनके जीवन को निखारने का काम श्री सिंह ने किया। पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कोतवाली टीआई यादव के साथ मिलकर इन सटोरियों को समझाईश देकर इनके जीवन परिवर्तन का पाठ पढ़ाया और आज परिणाम यह है कि सटोरियों के रूप में कहे जाने वाले शिवपुरी नगर को एक तरह से मुक्ति मिल गई है। 

आज पूरे शहर में सटोरियों की लाईन तो क्या एक सटोरियों भी देखने को नहीं मिलेगा। सट्टा जैसे कारोबार को चंद पलों में खत्म करना पुलिस अधीक्षक आर.पी.सिंह के लिए एक चुनौती भरा काम था लेकिन कोतवाली टीआई की सूझबूझ और श्री सिंह की रणनीति के तहत इस अवैध कारोबार पर एक तरह से रोक लगाई जा सकी। आज शहर के नंबरों से सटोरियों की लाईन गायब है वहीं जो सट्टे का अवैध कारोबार नहीं छोड़ सके वे भी आज जमीन के गर्त में कहीं जा छुपे है। श्री सिंह के इस कार्य की प्रशंसा हर आमजन भी करता है जिसने आज इस कारोबार को बंद करने के लिए कई मुहिमें देखी लेकिन इस मुहिम को देखकर नागरिकों का पुलिस पर न केवल विश्वास बढ़ा है बल्कि आमजन का अब पुलिस से संवाद भी बनने लगा है। इस कार्य में पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह और कोतवाली टी.आई. दिलीप सिंह यादव के योगदान को शिवपुरी शहर कभी भ़ुला नहीं सकेगा ।
 
गरीबों के निवाले को बचा लिया एसपी व टीआई ने  
देखा जाए तो सट्टे का जो अवैध खेल जिन क्षेत्रों में खेला जाता था वहां छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े भी आए दिन अपनी मेहनत की पूंजी लगाते थे प्रतिदिन अपनी रोजी रोटी की खातिर पेट भरने वालों ने भी कभी नहीं सोचा था कि वह अपनी इस लत से दूर हो पाऐंगे। लेकिन समय रहते पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह के निर्देशन में कोतवाली टीआई दिलीप यादव ने इन गरीबों की भावनाओं और उनकी मजबूरियों को जाना तभीतो शहर के हर क्षेत्र में चलने वाले सट्टे के कारोबार को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए गए। आज गरीब की थाली भी दो समय लगती है और वह मिलकर अपने परिवार के साथ भोजन करता है। इसे अतिश्योक्ति नहीं कहा जाएगा कि एक तरह से पुलिस ने इन गरीबों लेागों के लिए निवाले की व्यवस्था करने वाला माध्यम बना। 

या यूं कहें कि इन गरीबों के निवाले को यदि किसी ने सहारा दिया है तो वह भी केवल पुलिस ही है। क्योंकि मेहनत मजदूरी करके पूरे दिन की कमाई को यह गरीब परिवार थोड़े से लालच के फेर में आकर गंवा देते थे लेकिन अब जब सट्टे के अवैध कारोबार पर पुलिस विभाग ने जो कर दिखाया है उससे इन गरीबों के आंसू तो पोछे ही गए साथ ही इनकी दुआऐं के काबिले गौर भी पुलिस विभाग के ये पदस्थ पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह एवं कोतवाली टीआई दिलीप सिंह यादव बने। आज भी इन गरीबों की दुआऐं दिल से होकर जाती है जो हमेशा इनकी तरक्की और जिले की शांति की कामना करती है।
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