जमीन आदिवासी की और आदिवासी दबंगा का मोहरा

0
शिवपुरी- जहां एक और सरकार आदिवासियों  के लिये अनेकों योजनायें बनाकर उन्हें लाभ पहॅुचा रही है और उनके हितों की रक्षा के लिये नित नये कानून बना रही है वहीं कुछ दबंगी किस्म के लोग शासन एवं प्रशासन की आंखों मं धूल झोंककर इन आदिवासियों को मोहरा बनाकर अपने हित साध रहे हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है वार्ड क्र0 39 करौंदी क्षेत्र में जहां दबंग व्यक्ति द्वारा आदिवासियों को बहला फुसला कर शासन के अधिकारियों के पास भेजा गया।
जन सुनवाई में आवेदन देने आये आदिवासियों की समस्याओं को दूर करने के लिये जब पत्रकारों ने एक टीम  करौंदी स्थित उक्त क्षेत्र पर पहॅुची तो वहां का नजारा ही कुछ और देखने को मिला जिस जमीन को आदिवासी अपने कब्जे की बात कर रहे थे उस जमीन पर एक भी आदिवासी झोपडी नहीं थी जमीन पर उक्त दबंगी द्वारा आदिवासियों को बहला फुसला कर उनके द्वारा पत्थर रखवाकर उसे घेरने का प्लान बनाया गया है पत्रकारों को जब वहां उपस्थित लोगों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि इस जमीन पर कई लोगो की निगाह है चूकि यह जमीन जयपुर निवासी की थी और उसका सौदा सांखला जी के माध्यम से सही दामों में करवा दिया गया है तो यह उक्त जमीन को हड़पने वाले लोगों को नगवार गुजर रही है।
 
जॉच में होगा दूध का दूध पानी का पानी 
शिवपुरी। उक्त आदिवासियों द्वारा एक आवेदन केमाध्यम से जमीन को घेरना दर्शाया गया है जब की जमीन पर आदिवासियों का कोई कब्जा नहीं है ऐसी स्थिति में जब जांच होगी तो यह बात साफ हो जायेगा की जमीन और उसके साथ की सरकारी जमीन किसने कब्जायी है और किस तरह से आदिवासियों को मोहरा बनाया जा रहा है।
 
दो बार हो चुका है सीमांकन 
शिवपुरी। उक्त जमीन का दो बार सीमांकन हो चुका है सीमांकन के पश्चातï् जब बोल्डर रखकर अपनी वाउन्ड्री बनाना चहाता है तो भूस्वामी दबंग के कहने पर आदिवासी आकर वहां उपद्रव करते हैं और बाउन्ड्री नहीं बनाने देते हैं।
Tags

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!