एक बार फिर सेठों को मिला सिंधिया का आशीर्वाद

शिवपुरी। एक बार फिर सिंधिया के हाथों शहर के वो धनाठ्य लाभान्वित हो गए जो पहले से ही लाखों का तेल निकाला करते थे। लोगों को उम्मीद थी कि गांव-गांव में हैण्डपंप और सड़कें बनवाने वाले सिंधिया नई सोच के साथ चलेंगे और केन्द्र सरकार की ओर से मिलने वाले पेट्रोल पंप या गैस ऐजेन्सियां उन युवाओं को दिलाएंगे जिनके पास पैसा नहीं है, लेकिन इरादों में दम है, परंतु एक बार फिर योग्यता के आगे चाटुकारिता जीत गई।
हां, चाटुकारिता ही है, जो इतने ढोल नगाड़े बजाए गए और लाखों की कमाई वाले पेट्रोल पंप को जनसेवा के लिए शुरू किया गया उपक्रम घोषित करने का प्रयास किया गया। न्याय तो तब होता जब एनएसयूआई या युवक कांग्रेस के किसी ऐसे कार्यकर्ता को पेट्रोल पंप का आवंटन कराया जाता जो योग्य और शिक्षित होता। 

हालांकि जिन्हें मिला वो भी योग्य और शिक्षित हैं, परंतु अन्याय यह है कि वो पहले से ही धनपति हैं। यदि सिंधिया समर्थकों में से कोई ऐसा जो आर्थिक रूप से बहुत समृद्ध न हो, उसे यह अवसर मिलता तो इसे पूरा पूरा न्याय कहा जाता। खैर जो भी हो, ढोल ढमाके के साथ उद्घाटन हो चुका है। लेकिन सिंधिया समर्थकों में यह टीस हमेशा बनी रहेगी।