गत कुछ दिनों पूर्व पटवारी फिरोज खान आत्महत्या की सूचना जब केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगी तो उन्होंने भी मृतक परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करने के लिए फिरोज खान पटवारी के घर पहुंचे। जहां फिरोज खान की मॉं नूरजहां बेगम, भाई आरिफ-साबिर व मुस्लिम समाज के पूर्व पार्षद सफदर बेग मिर्जा, अब्दुल रफीक अप्पल से पूरे मामले की जानकारी एकत्रित की और हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर श्री सिंधिया ने आश्वास्त किया कि पटवारी फिरोज खान की मौत की सूचना से उन्हें दु:ख पहुंचा और वह इस परिवार की हर संभव सहायता करने का प्रयास करेंगे।
इस सांत्वना के साथ ही सिंधिया ने मुसलमान समाज में बढ़ रहे विरोध को रोकने का प्रयास तो किया लेकिन उन्होंने भी फिरोज खान की मौत के जिम्मेदार तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज करने और गिरफ्तारी के विषय में कोई चर्चा नहीं की। न तो उन्होंने इस सिलसिले में कलेक्टर को कोई निर्देश दिया और ना ही एसपी को। लगता है लाखों की रिश्वत बटोरकर ऊपर तक पहुंचाने वाले पटवारी की पहुंच सचमुच ऊपर तक है, तभी तो....।