सेन्ट्रल डेस्क
बीते दिनों तहसीलदार लखीराम कोली की प्रताडऩा से त्रस्त पटवारी फिरोज खान द्वारा आत्महत्या करने के मामले में हड़ताल पर गया पटवारी संघ अपनी रोटियां पकाकर हड़ताल से वापस लौट गया, जबकि आज दिनांक तक न तो पटवारी की मौत के जिम्मेदार तहसीलदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है और न ही पटवारी फिरोज के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति की घोषणा।
शिवपुरी से आ रही खबर के अनुसार
बीते दस दिनों से मृतक पटवारी फिरोज खान की आत्महत्या के मामले में जांच की मांग पर अड़े पटवारियों ने आज प्रशासन द्वारा बिन्दुवार जांच की बात कहने पर अपनी हड़ताल स्थगित कर दी। पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष चंद्रप्रकाश टेंभरे व जिलाध्यक्ष गोपाल प्रधान ने संयुक्त रूप से लिखित प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि बीते 13 फरवरी को मप्र पटवारी संघ जिला शिवपुरी द्वारा मृतक पटवारी फिरोज खान को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने वाले तहसीलदार लक्षीराम कोली के विरोध में एवं राजस्व अधिकारियों द्वारा पटवारियों पर किये जाने वाले शोषण व अत्याचार के विरोध में कलम बंद हड़ताल का ऐलान किया गया था जिसमें पटवारियों से संबंधित 11 बिन्दुओं पर संपूर्ण जिले में 17 फरवरी तक सफलतापूर्वक कलमबंद हड़ताल का आयोजन किया गया।
इस बीच प्रशासन द्वारा पटवारियां को तमाम तरह से दबाब में लेने का प्रयास किया गया किन्तु पटवारी अपनी मांगों पर अडिग रहे। जिसका परिणाम यह हुआ कि उल्लेखित 11 बिन्दुओं पर बिन्दुवार सहमति दी गई तथा इस संबंध में सभी अनुविभागीय अधिकारियों एवं तहसीलदारों और अधीक्षक-भू अभिलेख को पत्र जारी कर अविलंब में पालन-प्रतिवेदन मांगा गया। जिससे पटवारी संघ सहमत है। इधर पुलिस द्वारा भी मृतक पटवारी फिरोज खान के आत्महत्या प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जा रही है तथा धीरे-धीरे सभी तथ्य स्पष्ट हो रहे है।
जिससे भी पटवपारी संघ आश्वास्त है। अत: वर्तमान में पुलिस व प्रशासन की जांच संबंधी गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए म.प्र.पटवारी संघ के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश टेंभरे के निर्देश पर जिला पटवारी संघ के अध्यक्ष गोपाल प्रधान द्वारा इस आन्दोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया और आगामी 26 फरवरी केा इटारसी में म.प्र.पटवारी संघ द्वारा आयोजित प्रांतीय अधिवेशन में इस संबंध में संपूर्ण प्रदेश के पटवारियों से विचार-विमर्श कर आन्दोलन का निर्णय लिया जाएगा।