शिवपुरी. शहर के एक प्रतिष्ठित ईस्टर्न हाईट विद्यालय की स्कूल बस और ट्रक भिडंत में कई स्कूली बच्चे घायल हो गए। इन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि जब सुबह स्कूली बस क्रमांक एम पी 33 टी 3635 छत्री रोड से मोहनी सागर के लिए मुड रही थी कि तभी मोहनी सागर से छत्री के लिए आ रहा एक ट्रक क्रमांक एम पी 33 एच 2656 से यह स्कूली बस भिड गई।
इस दुर्घटना में कोई हताहत तो नहीं हुआ लेकिन स्कूली बच्चों को जरूर चोटें पहुंची है। घटना के समय स्कूली बच्चों को स्कूल के बजाए प्राथमिक उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। वहीं दुर्घटना के इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को विवेचना मे लेकर जांच प्रारंकर दी। यहां बताना मुनासिब होगा कि आए दिन मासूम बच्चों को बस में संख्या से अधिक बिठाने पर से वाहन चालक का संतुलन बिगड जाता है और इस तरह की दुर्घटनाऐं घटित हो जाती है। इस ओर यातायात विभाग व पुलिस एवं प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि समय रहते नौनिहालों को दुर्घटना से पहले बचाव दिया जा सके।
अवैध वाहनों में भेड़ बकरियों की तरह भरी जा रही हैं सवारियां
अवैध वाहनों में भेड़ बकरियों की तरह भरी जा रही हैं सवारियां
शिवपुरी-इस समय पूरे शिवपुरी जिले में अवैध वाहनों की भरमार है। जिससे रोडवेज की आय प्रभावित हो रही है। वहीं इन वाहनों में भेड़ बकरी की तरह सवारी भरी होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी घटित होती रहती हैं। विशेषकर पिछोर इलाके में अवैध वाहनों की संख्या गंभीर स्तर तक पहुंच चुकी है। यहां एक एक जीप में 40 से 50 तक सवारियां भरी रहती हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण अवैध वाहनों पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। जिले के पिछोर, करैरा, नरवर, पोहरी, खरई, खतौरा, रन्नौद, यहां तक कि कोलारस से शिवपुरी एबी रोड़ पर सैकडों वाहन बिना परमिट के दौड रहे हैं। जानकारी के अनुसार नरवर से रन्नौद, दिनारा, खनियांधाना की ओर जाने वाले मार्गों पर अवैध वाहनों का संचालन जारी है। इन वाहनों के संचालकों द्वारा 20-25 सवारियां भेड़-बकरियों की तरह भर दी जाती है जो आगे जाकर होने वाली दुर्घटना का कारण बनती हैं। नागरिकों का कहना है कि वर्षों से अवैध रूप चलाए जा रहे इन जीप वाहनों के खिलाफ न तो पुलिस और न ही आरटीओ की ओर से कार्रवाई हो सकी है। जिससे इन्हें संचालन करने वालों के हौंसले बढ़े हुए हैं जो अनाप-शनाप सवारियां भरे जाने के संबंध में कुछ कहे जाने पर यात्रियों के साथ अभद्रता करने पर उतारू हो जाते हैं।