लुकवासा मण्डी को स्वतंत्र मण्डी का दर्जा मिलेगा

शिवपुरी. किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया ने कहा कि जैविक खैती देश की प्राचीन पद्वति है। इस पद्वति को भारत के अलावा अन्य देश तेजी के साथ अपना रहे है। जैविक खेती से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। वहीं फसल उत्पादन में भी वृद्वि हुई है। यह तथ्य वैज्ञानिक परीक्षण उपरान्त सामने आए हैं। उक्त आशय के विचार डॉ. कुसमारिया ने आज कोलारस विकासखण्ड मुख्यालय पर राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत आयोजित कृषक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किऐ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षैत्रीय विधायक श्री देवेन्द्र जैन ने की। कार्यक्रम में विधायक पोहरी श्री प्रहलाद भारती, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जैन, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर क्षैत्रीय विधायक द्वारा कृषि मंत्री का पगड़ी बांधकर सम्मान किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। डॉ. कुसमारिया ने इस अवसर पर लुकवासा मण्डी को स्वतंत्र मण्डी का दर्जा देने की घोषणा की।

डॉ. कुसमारिया ने कृषि संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जैविक खेती ऋषि पर्णित पर आधारित खेती है, जो इस देश की खेती की प्राचीन पद्वति है। जैविक खेती जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। इस खेती से जमीन के अंदर सूक्ष्म जीवाणु क्रियाशील होकर आसमान से सीधे पोषक तत्व खीचकर रस के रूप में पौधों को पोषक तत्व देते है। उन्होंने कहा कि रसायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध उपयोग से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति में कमी आ रही है। वहीं रसायनिक उर्वरकों से उत्पादित खाद पदार्थो से शरीर पर विपरीत असर पड़ रहा है। जहां मनुष्य में गंभीर बीमारियां देखने को भी मिल रही है। इतना ही नहीं इनके उपयोग से महिला एवं पुरूषों में बांझपन एवं नपुंसकता जैसी बीमारियां भी सामने आ रहीं है। डॉ. कुसमारिया ने कहा कि प्रदेश में बी.टी. कपास के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्हेांने कृषकों से कहा कि जैव विविधता को देखते हुए बासमती चावल को डोक्यूमेंट कराऐं जिससे बंासमती चावल का प्रमाणीकरण हो सके और किसानों को बांसमती का सही दाम मिल सके।

डॉ. कुसमारिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने किसानों के कल्याण एवं भलाई के लिए अनेकों योजनाऐं एवं कार्यक्रम संचालित किए है। जिसका लाभ इन किसानों को प्राप्त भी हो रहा है। म.प्र. एक ऐसा राज्य है। जिसने पाले को प्राकृतिक आपदा के रूप में शामिल किया। किसानों के लिए फीडर सेैफरेशन का कार्य किया गया है। किसानों की फसलों का पूर्ण मुआवजा मिले इसके लिए किसानों की फसलों के बीमा के लिए शीघ्र ही परिचर्चा की जाऐगी। उन्होंने कृषकों से आग्रह किया कि कृषि के साथ-साथ फलोद्यान, मछली पालन, मधुमक्खी, गौपालन की संयुक्त गतिविधियां लें। जिससे कृषि लाभ का धंधा बन सके। जिससे अधिक से अधिक आय हो सकेगी। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिऐ कि शासन की विभिन्न योजनाओं में कृषकों केा मिलने वाले अनुदान की राशि कृषकों के खाते में भेजी जाए, जिससे कृषक अपनी इच्छानुसार सामग्री क्रय कर सकें। डॉ. कुसमारिया ने कहा कि टमाटर एवं अन्य कृषि उत्पादनों की अधिकता को देखते हुए इन पर आधारित फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के भी प्रयास किए जाऐगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक श्री देवेन्द्र जैन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजना बनाई गई है। जिनका प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ सभी वर्गां को प्राप्त हो रहा है। किसानों के कल्याण एवं गा्रमीण विकास के लिए भी प्रदेश के बजट में सर्वाधिक धन राशि का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने कहा कि क्षैत्र में 13 करोड़ की लागत से सौनाजा में और 3 करोड़ की लागत से गौरेला में तालाब के कार्य हाथ में लिए गये हैं। विधायक पोहरी श्री प्रहलाद भारती ने कहा कि म.प्र. की  एक पिछड़े प्रदेश के रूप में पहचान थी, लेकिन 8 वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में म.प्र. एक विकसित प्रदेशों की श्रैणी में आकर खड़ा हो गया है। किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक एवं जैविक खेती को अपनाकर कृषि को लाभ का धंधा बनाऐं और मुख्यमंत्री जी के सपने के अनुसार प्रदेश को स्वर्णिम म.प्र. बनाऐं।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जैन ने कार्यक्रम को संबंोधित करते हुए कहा कि म.प्र. देश का ऐसा एक मात्र राज्य है जहां किसानों को एक प्रतिशत व्याज दर पर ऋण दिया जा रहा है तथा किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहॅू बेचने पर बोनस प्रदाय किया जा रहा है। जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि शिवपुरी जिले में सर्वाधिक मूंगफली एवं टमाटर का उत्पादन लिया जाता है। मूंगफली के उत्पादन को देखते हुए शिवपुरी को मूंगफली जिला बनाने के प्रयास किऐ जाऐं और बलराम तालाब योजना के तहत लक्ष्यों में भी वृद्वि करने का आग्रह किया। कार्यक्रम को किसान मोर्चे के अध्यक्ष श्री बलवीर ंिसह चौहान, श्री सुशील रघुवंशी आदि ने भी संबंोधित किया। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्री आर.बी. प्रजापति, अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री आर.के जाटव, अन्त्योदय समिति के अध्यक्ष श्री शंकरलाल रावत, भाजपा के मण्डल अध्यक्ष बापू ंिसह चौहान, गोवर्धन यादव, जनपद उपाध्यक्ष, गुरमीत चीमा, जिला पंचायत सदस्य शिवनारायण मिस्त्री सहित जनप्रतिनिधि, कृषकगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री अरूण अपेक्षित ने किया।

डॉ.कुसमारिया ने कृषि विज्ञान केन्द्र एवं चौकी में जैविक खेती का किया अवलोकन
 
शिवपुरी. किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया ने  जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान आज कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमा एवं ग्राम चौकी में जैविक खेती का अवलोकन कर कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कृषकों से चर्चा की। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जैन, विधायक श्री प्रहलाद भारती, अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री एस.एस. तोमर, उपसंचालक कृषि श्री सतीश अग्रवाल, कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ. ऐ.के. बड़ेजात्या सहित कृषि वैज्ञानिक तथा अधिकारीगण आदि सभी उपस्थित थे। डॉ. कुसमारिया ने कृषि विज्ञान केन्द्र का अवलोकन करते वैज्ञानिकों से कहा कि कृषकों को परपंरागत खेती के साथ-साथ जैविक खेती के लिए भी प्रेरित करें। 

उन्होंने कहा कि फसलों में गौमूत्र एवं गोवर का भी अधिक से अधिक प्रयोग करे। कृषकों ने चर्चा करते हुए कहा कि जिले को राष्ट्रीय उद्यान मिशन के तहत शामिल कराया जाऐ। डॉ. कुसमारिया ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए अनेको अहम फैसले लिए है। फल, फूल, सब्जी जल्दी खराब होने के कारण इन्हें मण्डी फीस से मुक्त रखा है। डॉ. कुसमारिया ने ग्राम चौकी में प्रगतिशील कृषक डॉ.राजवीर सिंह द्वारा मधुमक्खी पालन एवं जैविक खेती से ली जा रही फसलों का भी अवलोकन कर अधिक से अधिक किसानों को इसके लिए प्रेरित करने का उनसे आग्रह किया। उन्होंने शहद उत्पादन की प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए उपयोग में आने वाले उपकरणों का भी अवलोकन किया।