MANDSAUR CRIME STORY- पहली पत्नी से प्यार हुआ दूसरी पत्नी को सांप से डसवाया

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मंदसौर।
मंदसौर जिले के यशोधर्मन नगर थाना क्षेत्र के एक लालची और क्रूर इंसान ने 2 शादियां की फिर एक पत्नी को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसने पत्नी को मारने के लिए 2 बार जहरीले सांप से डसवाया। इतना करने के बाद भी पत्नी नहीं मरी,तो जहर का इंजेक्शन भी दे दिया। लेकिन फिर भी पत्नी नहीं मरी। हलीमा के हत्या के प्रयास में मामले पुलिस ने 5 आरोपियों के खिलाफ हत्या की साजिश का केस रजिस्टर्ड किया था।

कहानी मंदसौर जिले के यशोधर्मन नगर थाना क्षेत्र के माल्याखेड़ी गांव की है। यहां मोजिम अजमेरी अपनी दूसरी पत्नी हलीमा के साथ रह रहा था। मोजिम ने हलीमा से दूसरा निकाह किया था। मोजिम की पहली पत्नी शानू बी उसे छोड़कर भाग गई थी, तब वह जेल में था। 2013 में तस्करी के एक मामले में मोजिम जोधपुर जेल में बंद था। दो साल की सजा काटकर 2015 में मोजिम बाहर आया, तब उसे पत्नी के भागने की जानकारी मिली। इसके बाद मोजिम ने हलीमा से निकाह किया।

एक दिन मोजिम के फोन की घंटी बजी, उस तरफ से एक महिला की आवाज आई, तो वह रोने लगी। मोजिम उसे पहचान गया। आखिरकार उसने बरसों तक आवाज सुनी थी। आवाज पहली पत्नी शानू की थी। यह वही पत्नी थी, जो मोजिम के जेल में रहते हुए किसी के साथ भाग गई थी। उस दिन के बाद अकसर शानू काे फोन आने लगा, लेकिन मोजिम ने यह बात हलीमा को नहीं बताई। जब बेटाइम लंबी बातें होने लगी तो हलीमा को पता चला कि शानू फिर मोजिम की जिंदगी में आ गई है। दोनों में फिर से प्यार उमड़ गया है। दोनों साथ रहना चाहते हैं, लेकिन हलीमा बीच में आ रही थी।

मोजिम ने साजिश रची कि वह हलीमा को रास्ते से हटाएगा। वह रोज सोचता कि कैसे भी हलीमा को मार डाले और उसका नाम न आए। जोधपुर जेल में बंद रहने के दौरान उसकी पहचान सांप पकड़ने वाले रमेश मीणा से हुई थी, जो बाद में उसका दोस्त बन गया। 2015 में दोनों जेल से बाहर थे। मोजिम को पता चला कि सांप के डसने से मौत होने पर मृतक के परिजन को सरकार से 4 लाख रुपए की सहायता राशि मिलती है। उसने पुराने दोस्त रमेश मीणा को बुलाया। उसे दोस्ती का वास्ता देने के साथ-साथ पैसों का लालच भी दिया। रमेश भी मोजिम का साथ देने के लिए तैयार हो गया।

मोजिम अपने दोस्त रमेश और काला अजमेरी को घर लेकर लाया था। रमेश के पास एक बैग था, जिसमें उसने रसेल वाइपर सांप छिपाकर रखा हुआ था। तीनों ने आते ही लाइट बंद कर दी। जब हलीमा ने पूछा लाइट क्यों बंद की, तो तीनों ने कहा कि कुछ काम है, तुम सो जाओ। इसके बाद हलीमा सोने चली गई। तीनों बातें करने लगे कि हलीमा काे कितनी बजे सांप से कटवाना है। तीनों दोस्त समझ रहे थे कि हलीमा सो चुकी है, लेकिन वह जाग रही थी। उसे पता था कि जल्दी पैसा कमाने और दारू पार्टी करने के शौकीन दोस्त उसे किसी दिन मुसीबत में डाल सकते हैं, लेकिन ये उसकी जान लेंगे यह नहीं सोचा था। जैसे ही, उसने सांप के बारे में सुना वो चीखने लगी। काला और मोजिम ने हलीमा को पकड़ लिया। रमेश ने बैग से सांप निकाला और उसे डसवा दिया। इसके बाद वह बेहोश हो गई।

हलीमा को सुबह 5 बजे होश आ गया। यह देखकर मोजिम चौंक गया कि यह कैसे बच गई। काला और मोजिम ने हलीमा को फिर पकड़ा इस बार रमेश ने उसे जहर का इंजेक्शन दिया। उसे दोबारा सांप से कटवा दिया। हलीमा के मुंह से झाग निकलने लगा। लड़खड़ाते हुए हलीमा ने शरीर में बची हुई ताकत इकट्‌ठा करके पड़ोसन सबीना को आवाज दी। कहा- तुरंत मेरे अब्बा को बुला दो। सबीना उसकी अच्छी दोस्त थी। उसने तुरंत हलीमा के अब्बा को फोन कर दिया। मोजिम और उसके दोस्तों को लगा कि इतने जहर के बाद तो हलीमा का मरना तय है। तीनों उसे वहीं छोड़कर भाग गए। हलीमा घर में पड़ी थी। तुरंत ही उसके अब्बा मोहम्मद सादिक और भाई सद्दाम पहुंच गए। उसे अस्पताल ले गए।

मंदसौर मप्र और राजस्थान का बॉर्डर एरिया है। यहां के ज्यादातर लोग इलाज के लिए राजस्थान जाते रहते हैं। कनक अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि हलीमा की हालत ठीक नहीं है। उसे आठ दिन ऑब्जर्वेशन में रखेंगे तबीयत में सुधार हुआ तो भी एक पैर काटना पड़ सकता है जहां जहर का असर है। दिन बीतते गए और हलीमा की सेहत में सुधार होने लगा। वह 3 महीने अस्पताल में भर्ती रही, जिसमें 8 लाख रुपए खर्च हुए। डॉक्टरों ने उसके 7 मेजर ऑपरेशन किए तब जाकर हलीमा की जान बची।

पुलिस ने हलीमा के पति मोजिम पिता बाबू अजमेरी, काला उर्फ मंजर पिता बाबू अजमेरी, रमेश पिता मांगीलाल रावत मीणा निवासी मेलान खेड़ा तहसील जावद जिला नीमच और 2 अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस ने पति मोजिम और काला को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि रमेश की गिरफ्तारी बाद में हुई। पुलिस की पूछताछ में रमेश ने कबूल किया कि जहरीला सांप वही लेकर आया था।

हलीमा के पिता मोहम्मद सादिक ने बताया कि उन्होंने बेटी का निकाह मोजिम से किया था। दोनों को एक 5 साल का बेटा भी है। सादिक ने मोजिम को घर बनाने के लिए 5 लाख रुपए भी दिए थे। शादी के दो-तीन साल बाद ही वह बेटी के साथ मारपीट करने लगा। मैंने सोचा पति पत्नी में छोटी मोटी तकरार होती रहती है। मैं बेटी के ससुराल जाकर मोजिम को समझाइश देकर आ जाता था। बेटी का घर ना टूटे इसके लिए उनके बीच मे ज्यादा दखल दिया, पर वह ऐसा करेगा कभी सोचा नहीं था। अब मैं चाहता हूं कि मेरी बेटी को इंसाफ मिले। इस मामले में मैंने पुलिस से निवेदन किया है कि इस मामले में जांच तेजी से की जाए।

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