बड़ी खबर:सर्राफा व्यापारी के यहां हुई चोरी में संदेही महिलाओं कोतलाशने आई बैराड पुलिस उप निरीक्षक के घर में घुसी, माफी मांगकर बची | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। खबर शहर के सिटी कोतवाली क्षेत्र के पुलिस लाईन से आ रही है। जहां बीते कुछ दिनों पूर्व बैराड में सर्राफा व्यवसाई के यहां हुई चोरी के मामले में सीसीटीव्ही के आधार पर महिला को तलाशने आई पुलिस को ही लोगों ने बंधक बना लिया। इस मामले की सूचना पर कोतवाली पुलिस और एसडीओपी मौके पर पहुंचे। तब कही जाकर स्थानीय लोगों को समझाया। जहां पुलिस मांफी मांगकर वहां से निकल पाई। हांलाकि पुलिस बंधक बनाने की बात को स्वीकार नहीं कर रही है। लेकिन स्थानीय लोग बता रहे है कि पुलिस को अंदर मकान में बंद कर दिया था। 

विदित हो कि बीते 15 मार्च को बैराड थाना क्षेत्र के बैराड कस्बे में रमेश सोनी की सर्राफे की दुकान में दोपहर लगभग 1 बजे  कुछ महिलाए दुकान में पहुंची,उन्होंने यहां 500 रुपए कीमत की पायजेब खरीदी। महिलाओं ने व्यापारी को सोने के कुछ और गहने दिखाने को कहा। इस पर व्यापारी रमेश सोनी ने महिलाओं को सोने की चूड़ियां, पेंडल, झुमकी भी दिखाई। 

इसी दौरान साथ में आईं महिलाओं ने व्यापारी को बातों में लगाकर उसका ध्यान भटकाया, इसी दौरान गिरोह की महिलाओं ने गहनों के भरा बॉक्स उड़ा दिया। बॉक्स में करीब 200 ग्राम सोने के गहने थे। व्यापारी को तुरंत ये समझ में नहीं आया, लेकिन महिलाओं के जाने के बाद जब वो सामान रख रहे थे तब उन्हें ध्यान आया कि एक बॉक्स गायब था। 

इस मामले का सीसीटीव्ही फुटेज भी सामने आ गया था। इस सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर पुलिस आज इन महिलाओं को तलाशती हुई सिटी कोतवाली क्षेत्र के शिव कॉलोनी में निवारसरत रिटार्डड उपनिरीक्षक रणवीर सिंह यादव के घर में जा घुसी। आरोप है कि पुलिस ने बिना बारंट इस घर में एक विधवा महिला का हाथ पकडने का प्रयास किया। जिसपर महिला चिल्लाई तो वहां भीड एकत्रित हो गई। 

भीड ने इस मकान की बाहर से कुंदी लगाकर महिला को पकडने आए पुलिस कर्मीयों को ही बंधक बना लिया। पुलिस कर्मीयों को बंधक बनाकर उक्त मामले की सूचना कोतवाली पुलिस और एसडीओपी शिवसिंह भदौरिया को दी। जिसपर नगर निरीक्षक बादाम सिंह यादव और एसडीओपी शिवसिंह भदौरिया मौके पर पहुंचे। जहां दोनोें पक्षों को समझाकर शांत कराया। 

बताया गया है कि इस दौरान बैराड पुलिस के एसआई जहान सिंह यादव,एसआई सुदर्शन सहित पूरा पुलिस बल मौजूद था। जिसने एसडीओपी के आने के बाद उक्त लोगों से मांफी मांगी तब कही जाकर मामला शांत हुआ। हांलाकि रिटार्यड उपनिरीक्षक इस मामले में पुलिस कर्मीयों की शिकायत वरिष्ठ अधिकारीयों से करने की बात कह रहे है। 

इनका कहना है
हां कुछ घटना तो हुई है। हमारी टीम कोतवाली में है। अब वहां क्या हुआ यह तो टीम के लौटकर आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। बंधक बनाने की बात का मुझे नहीं पता। 
आलोक भदौरिया,टीआई थाना बैराड

यह जो आरोप है वह गलत है,पुलिस किसी महिला को तलाशने आई थी,वह नही मिली तो बात खत्म हो गई। बंधक बनाने की बात गलत है। 
बादाम सिंह यादव,टीआई कोतवाली

पता नहीं कौन थे। परंतु तीन चार पुलिसकर्मी हमारे घर में घुस आए। और बोले की आपको थाने चलना पडेगा। उन्होंने मेरा हाथ पकडने का प्रयास किया। परंतु मे तोडा सा जोर से बोली और ससुरजी को आबाज लगाई। तब ससुरजी आए। 
पीडिता महिला,निवासी शिव कॉलोनी

में आराम कर रहा था। तभी मुझे आवाज आई,चार पांच पुलिस कर्मी मेेरे घर में घुसे हुए थे। मेरी छोडी बहू का हाथ पकडने का प्रयास कर रहे थे। मेंने उनसे पूछा कि क्या बात है,मे भी रिटार्डट पुलिस का कर्मचारी हूं। तो उन्होंने कहा कि तुम्हारें मकान में कोई किराए से रहता है। उसके बाद उक्त पुलिस कर्मीयों ने हमारे घर में महिलाओं के साथ बत्तमीजी की। इसकी शिकायत में आईजी सहाब,एसपी सहाब और वरिष्ट अधिकारीयों से करूंगा। 
रणवीर सिंह यादव,रिटायर्ड उपनिरीक्षक