शिवुपरी। बीते 25 जुलाई को खनियाधाना राजमहल के राममंदिर के शिखर पर लगा कलश चोरी हो गया था। इस कलश का बजन 51 किलो का बताया जा रहा था। यह चोरी शिवुपरी जिले के पुलिस के लिए परेशानी का सबव बन गई थी। शिवपुरी पुलिस ने हर संभव हाथ पैर मारे लेकिन पुलिस के हाथ खाली मिले,लेकिन पडौसी दतिया जिले की पुलिस ने इस चोरी को ट्रेस करते हुए शिवुपरी जिले को तोहफे में दिया।
बीते 19 मार्च को दतिया पुलिस ने दतिया के परशुराम के मंदिर की चोरी के मामले में 3 चोरो को उठाया और पूछताछ में खनियाधाना के राजमहल में स्थित रामजनकी मंदिर के कलश चोरी को स्वीकार किया था। कुल मिलाकर दतिया जिले ने शिवपुरी जिले की पुलिस को यह मामला ट्रेस करते हुए तोहफे में दिया था। आज इसी चोरी के मामले में एक प्रेस नोट रिजीज किया है और इस चोरी के आरोपियो को पकडने का दावा किया हैं,लेकिन सबसे बडा सवाल यह खडा यह हो रहा है कि तोहफे में मिले चोरो से अभी तक माल बरामद नही कर सकी है शिवुपरी पुलिस।
यह प्रेस नोट रिलीज किया है शिवुपरी की पुलिस ने
इस प्रेस नोट को कम शब्दो में प्रकाशित करने का प्रयास करते है। बीते 26 जुलाई को खनियाधाना थाने में फरियादी शैलेन्द्र सिंह पुत्र श्री भानू प्रताप सिंह जूदेव उम्र 45 साल निवासी किला खनियाधाना की रिर्पोट पर खनियाधाना के राजमहल में स्थित रामजनकी के शिखर पर लगा लगभग 300 साल पुराना सवामन का कलश चोरी हो गया। इस मामले में पुलिस फरियादी की रिर्पोट पर अज्ञात चोरो पर अप. क्र. 205/18 धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर लिया था।
इस मामले में 2 चोर अजय पटवा एवं विनोद अहिरवार निवासीगण मवई दतिया पुलिस ने दबौच लिए थे। पुलिस पुलिस ने इस चोरो से पुछताछ की तो पता चला कि उक्त दोनों आरोपियों द्वारा अपने अन्य 4 साथियों राकेश सोनी, मुन्नाराजा परमार, कोमल ढीमर एवं हुकुम सिंह लोधी निवासीगण ग्राम आगोरा थाना रिक्शा जिला झाॅंसी उत्तर प्रदेश में से आरोपी राकेश सोनी ने इन आरोपियों को बताया कि खनियाधाना में मेरी रिश्तेदारी है वहाॅ रामजानकी मंदिर पर सोने का कलश देखा है चलो उसको चुराकर लाते हैं जिसमें से दोनों गिरफ्तारशुदा आरोपी अजय एवं विनोद द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त चोरी को योजनाबद्ध तरीके से करना स्वीकार किया।
प्रकरण में गिरफ्तारशुदा आरोपी अजय से एक मोटरसायकल, एवं ग्राण्डर मशाीन जिससे कलश को काटा गया था एवं चोरी के माल में से अपने हिस्से का 8 ग्राम सोना एवं आरोपी विनोद अहिरवार से चोरी के माल में से उसके हिस्से का 8 ग्राम सोना बरामद किया गया।
शिवपुरी पुलिस को इस चोरी के मामले में मुखबिर की सूचना पर चोरी के अन्य आरोपी राकेश सोनी निवासी दतिया को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी में प्रयुक्त एक मोटरसायकल एवं चोरी गये माल में से उसका हिस्सा का 8 ग्राम सोना अन्य आरोपी हुकुम पुत्र रतन लोधी, मुन्नाराजा पुत्र लखन सिंह परमार निवासी ग्राम आगोरा रक्शा के यहाॅ चोरी का माल बेचने के लिए गया है।
मुखबिर सूचना पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ग्राम आगोरा मुन्नाराजा के घर पहुॅंची जहाॅ से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से उनके हिस्से का 8-8 ग्राम सोना जप्त किया गया। प्रकरण में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 175000 रू का माल बरामद किया जा चुका है तथा छठे आरोपी कोमल ढीमर निवासी आनंदपुर की तलाश अभी जारी है।
यह सवाल खडे हो रह है इस कलश की चोरी को लेकर
अभी तक इस मामले के 5 चोर पकडे जा चुके है। पुलिस के अनुसार 1 चोर अभी फरार है। एफआईआर में सवामन के कलश का उल्लेख हैं,लेकिन पुलिस ने अभी तक लगभग 40 ग्राम सोना ही बरामद कर पाया हैं। बताया जा रहा था कि उक्त कलश सोने का है अगर कलश को सोने का माने तो इसकी किमत लगभग 15 करोड रूपए होती है।
एफआईआर में सवामन कलश का उल्लेख हैं,लेकिन कलश किस धातु का है यह उल्लेख नही किया गया हैं। पुलिस ने भी इस पूरे प्रेस नोट में कही भी नही कहा कि कलश किस धातु का हैं और उसे कहा बेचा गया। इस कलश में सिर्फ 40 ग्राम सोना और ही था क्या,क्या मात्र यह अफवाह थी कि कलश सोने का हैं,इस मामले में फरियादी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो संपर्क नही हो पाया।
कुल मिलाकर उक्त चोरी अभी भी कलश की धातु को लेकर रहस्य ही बनी हुई है। अभी एक चोर और फरार है पकडे गए चोरो के हिस्सो पर नजर करे तो उसके पास भी 8 ग्राम सोना ही हिस्से में आया होगा। अगर ऐसा है तो बाकी सोना कहा हैं उक्त सवाल अभी भी दमदारी से शिवुपरी पुलिस के समझ खडा हैं। अगर कलश सोने का नही है तो यह भी पुलिस साफ कर की कलश किस धातु का था और कहा बेचा गया और उसमे कितना सोना निकला हैं।
Social Plugin