किसानों को कर्जदार बना करोडो निकालने वाले 18 अफसर सस्पेंड, लेकिन मामला दर्ज नही | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। किसानों के नाम पर सहकारी संस्थाओं में से फर्जीन तरीके से पैसा निकालने वाले लगभग डेढ दर्जन अधिकाारियो पर जांच के बाद दोषी पाया गया,इन पर विभागीय कार्रवाई करते हुए सस्पैंड तो कर दिया गया लेकिन आदेश के बाद FIR नही की गई हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में लीपा पोती की तैयारी चल रही है। एफआईआर की देरी का कारण चुनाव की तैयारी में व्यस्तता बताया जा रहा हैं, अगर पुलिस के रजिष्टरो पर गौर करे तो आचांर संहिता प्रभावी होने के बाद अभी जिले के विभिन्न थानेा में सैकडो एफआईआर हो चुकी हैं। 

कांग्रेस की सरकार बनने के बाद किसानो के कर्जा माफ करने की घोषणा हुई और इस घोषणा के बाद ऐसे किसानो के नाम आने लगे जिन्होने कर्ज न लेने का दावा करते हुए शिकायत की। इस शिकायत पर कलेक्टर ने इस मामाले के जांच कराने के आदेश किए। 

शिवपुरी कलेक्टर ने पोहरी, कोलारस, पिछोर और करैरा अनुविभाग में एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदारों के दल बनाकर किसानों की शिकायतों की जांच कराई थी। जांच में शिकायतें सही पाई गईं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ी, लेकिन एफआईआर सहकारिता विभाग और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अधिकारियों को दर्ज कराना थी, लेकिन अब किसानों के नाम पर मोटी रकम हड़पने वालाें काे अधिकारी बचाने में लगे हुए हैं। 

जिले में करीब 86 सोसाइटी हैं। किसानों को खाद-बीज व नगद ऋण के रूप में देने के लिए समितियां गठित की गईं लेकिन समिति के लोगों ने किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए फर्जी तरीके से ऋण के रूप में निकाल लिए। 8-10 सोसाइटियों की जांच में शिकायत सही पाई गई। 

कलेक्टर के आदेश पर डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदारों ने फर्जीवाड़े की जांच की थी, सहकारिता और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा पुलिस प्रकरण दर्ज ही नहीं कराए जा रहे, दोषियों को बचाने में लगे अधिकारी 

पोहरी: तीन सोसायटियों में से किसी भी पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ 

पोहरी अनुविभाग क्षेत्र में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था दुल्हारा (पोहरी) के समिति प्रबंधक प्रेमनारायण शर्मा को निलंबित कर एफआईआर दर्ज कराने के लिए 22 फरवरी को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी के सीईओ को पत्र लिखा गया। 

दुल्हारा समिति के सहायक प्रबंधक शिवदयाल धाकड़ के खिलाफ भी दंडात्मक कार्रवाई के लिए समिति प्रशासक एनएस बरेलिया को पत्र लिखा गया है। इसी तरह प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था छर्च के सहायक समिति प्रबंधक सत्यवीर यादव को निलंबित कर दंडात्मक कार्रवाई के लिए प्रशासक डीके मडोइया को 22 फरवरी को पत्र जारी हुआ है। वहीं प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था परिच्छा के सहायक समिति प्रबंधक उग्र सिंह धाकड़ को निलंबित कर एफआईआर के लिए प्रशासक डीके मडोइया को पत्र लिखा है। 

करैरा:12 लोगों पर होनी थी कार्रवाई, लेकिन किसी पर भी केस नहीं 

करैरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था करही की जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा मिलने जाने पर जांच समिति ने 12 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट सौंपी है जिसमें शाखा प्रबंधक मुन्नालाल राठौर, अब्दुल शहजाद खान, राकेश भदौरिया, राजेंद्र कोठारी, हरिवंशशरण श्रीवास्तव, श्यामसुंदर मिश्रा, रविंद्र भार्गव और करही समिति के प्रबंधक शहजाद अहमद कुर्रेशी, प्रह्लाददास राठौर, नंजूराम रजक, महेश कुमार दुबे, ईश्वर प्रसाद गोस्वामी को दोषी पाया गया है। 

संबंधितों के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए उपायुक्त सहकारिता ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 18 फरवरी को पत्र जारी किया। समिति प्रशासक सुधीर सिंह कुशवाह को दूसरा पत्र जारी कर वर्तमान में पदस्थ करही संस्था के सहायक समिति प्रबंधक मदन तिवारी व रमन दुबे के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज कराने के लिए कहा है। 

कोलारस, पिछोर: समिति के लोग दोषी, यहां भी कार्रवाई नहीं हुई: 

कोलारस में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था रन्नौद के समिति प्रबंधक जगदीश सिंह तोमर को निलंबित कर 18 फरवरी को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र जारी किया गया है, जबकि सहायक समिति प्रबंधक हरीशंकर सोनी को निलंबित कर कार्रवाई के लिए समिति प्रशासक चमन सिंह को पत्र जारी हुआ है। 

इसी तरह पिछोर में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था भौंती के समिति प्रबंधक ईश्वर प्रसाद गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई के लिए 21 फरवरी को उपायुक्त ने 21 फरवरी को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी को पत्र लिखा है। प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था दवियां कला के सहायक समिति प्रबंधक राजकुमार पाराशर के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रशासक भास्कर शर्मा प्रशासक दवियांकला को पत्र जारी किया गया है। दोनों जगह कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। 

FIR के लिए पत्र लिखे हैं, अब जानकारी लेंगे 

हमने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और समिति प्रशासकाें को पत्र लिखा है। जांच में दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर अवगत कराने को कहा है। अभी पुलिस प्राथमिकी कहीं भी दर्ज नहीं की जा सकी है। 
सीपीएस भदौरिया, उपायुक्त, सहकारी संस्थाएं शिवपुरी 

दोषी प्रबंधकों पर केस दर्ज कराएंगे 

फर्जी तरीके से ऋण निकालने वालों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। हालांकि एफआईआर अभी नहीं हो सकी है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं। हमारी बैंक शाखाओं के संबंधित दोषी प्रबंधकों पर केस दर्ज कराएंगे। 
वायके सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी (महाप्रबंधक), जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शिवपुरी