बडी खबर: बिना मान्यता के मेडिकल कॉलेज का उदघाटन करेंगें सांसद सिंधिया, सवाल खडे हो रहे है | Shivpuri News

ललित मुदगल @एक्सरे/ शिवुपरी। कागज के टूकडे पर अस्तिव में आया शिवपुरी का मेडिकल कॉलेज का आज उदघाटन हैं,बताया जा रहा हैं कि इस मेडिकल कॉलेज को अभी एमसीआई ने मान्यता नही दी हैं,और न ही अभी इस मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंटो की भर्ती हुई हैं,अब ऐसे में बिना मान्यता के,बिना स्टूटेंडो और फर्जी नियुक्तियो के स्टाफ के सहारे क्यो इसका उदघाटन किया जा रहा है। सवाल लगातार खडे हो रहे हैं। आईए इस पूरे मामले का एक्सरे करते है।

कम शब्दो में बिना मान्यता के इस मेडिकल कॉलेज के मामले का लिखने का प्रयास करते हैं। शुरू से ही यह मेडिकल कॉलेज विवादो में रहा हैं पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के ने इस मेडिकल कॉलेज के अस्त्तिव को स्वीकार ही नही किया था और इस कॉलेज को लेकर विवादित बयान दिया था कि ऐसे किसी कागज के टूकडे पर मेडिकल कॉलेज नही बनता है।

प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस कॉलेज का शिफ्ट करने का प्लान भी बनाया लेकिन शिवपुरी की मिडिया के विरोध के कारण ऐसा नही हो सका। शिवपुरी के मेडिकल कालेज के मामले में शिवपुरी की मिडिया ने विपक्ष का काम किया,लगातार खबरे प्रकाशित की 

आज शिवुपरी के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का लोकार्पण क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्य आतिथ्य में,प्रदेश की संस्कृति आयुष,चिकित्सा शिक्षा विभाग की मंत्री डॉ विजय लक्ष्माी साधौ की अघ्यक्षता में और इस कार्यक्रम के विश्ष्ठि अतिथि शिवपुरी के मंत्री और मप्र शासन के खाघ नागरिक आपूर्ति,उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री प्रघुम्मन सिंह तोमर होंगें। 

इसके अतिरिक्त जिले के 5 विधायक सहित जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति कमला बैजनाथ सिंह यादव सहित शिवपुरी नपा अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह,कांग्रेस नेता,स्वास्थय विभाग के अधिकारी और शिवुपरी का प्रशासनिक अमला और नगर का जनमानस उपस्थित रहेगा। 

बताया जा रहा है कि इस बिना मान्यता और तमाम अवैध नियुक्तियो का आरोप लग चुके इस मेडिकल कॉलेज का उदघाटन सिर्फ इस लिए किया जा रहा हैं कि आचार संहिता लगने वाली हैं,श्रैय की राजनिति के चलते इस बिना मान्यता के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का उदघाटन किया जा रहा हैं।

इससे पूर्व भी शिवपुरी के प्यासे कंठो के प्यास बुझाने वाली योजना सिंध जलावर्धन योजना भी बिना एनओसी के शुरू करवा दी,इस कारण इस योजना के क्रियावयन् में लगातार अडचने आई, श्रेय लेने के लिए फिता काटने और भूमिपूजन जैसे कार्यक्रम आयोजित करवा दिए। सीवर लाईन का भी यही हश्र हुआ हैं। 

कुल मिलाकर कहने का मतलब सीधा हैं, श्रेय लेने के लिए किसी भी योजना का लोकार्पण करना भी स्वच्छ राजनीति की श्रेणी में नही आता हैं। मप्र में नई नवेली कांग्रेस की सरकार हैं,जब मेडिकल कॉलेज की पूरी मान्यताए मिल जाती तक इसका लोकार्पण किया जाता तो अच्छा काम होता।