शिवपुरी। पहले भाजपा के कार्यकाल में अफसर शाही का आरोप लगातार कांग्रेस लगा रही थी। परंतु अब कांग्रेस का शासन आ जाने के बाबजूद भी एक शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को लेकर आमरण अनशन पर बैठे भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के सदस्य की तबियत में दिनों दिन गिरावट आती जा रही है। परंतु इस युवक की सुनने अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। अतिक्रमण को लेकर तहसीलदार ने एक कर्मचारी को नोटिस तो थमा दिया। परंतु नोटिस की समय सीमा गुजर जाने के बाद भी आज तक जिला प्रशासन युवक पर कार्यवाही नहीं की. ऐसा नहीं है कि इस मामले की भनक जिला प्रशासन को नही हो अपितु इस मामले को लेकर फरियादी सीएम हेल्पलाईन से लेकर प्रभारी मंत्री सहित कलेक्टर से शिकायत कर चुके है। परंतु इन शिकायतों की फाईल को जबरन दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार नगर परिषद बैराड़ के शासकीय मनोरंजन भवन पर प्रशासकीय सांठगांठ के चलते नगर पंचायत कर्मचारी द्वारा किए गए कब्जे को हटाने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री एवं खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बैराड़ आगमन पर भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति सदस्यों द्वारा ज्ञापन सौंपते हुए शीघ्र ही अतिक्रमण एवं अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की।
ज्ञापन देते हुए प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा सभी को आश्वस्त किया कि वे उनकी बात प्रशासन के सामने रखकर कार्रवाई कराएंगे। इस मौके पर भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के अध्यक्ष माखन सिंह धाकड़, साबिर खान, शाकिर खान, ओमप्रकाश चिड़ार, नीरज ओझा, आदित्य शर्मा, सतपाल रावत, प्रद्युम्न सिंह यादव, नवाब सिंह यादव, बलवीर सिंह चंदेल, सुमेर यादव, सत्येंद्र गुर्जर, कौशलेंद्र कुमार, सद्दाम खान, नरेंद्र, उदय सिंह यादव सहित अन्य लोग शामिल थे।
तहसीलदार बोले- 2 मार्च को किया है जवाब पेश, अगली पेशी 5 को इसके बाद करेंगे सुनवाई
नगर में मोहरी-पोहरी मार्ग पर अस्पताल के सामने बने शासकीय मनोरंजन भवन सहित आस-पास की अन्य बेस कीमती भूमि पर अतिक्रमण करने वाला नगर पंचायत कर्मी वहां की स्थानीय प्रशासन सहित नपं सीएमओ पर भारी पड़ रहा है। स्थिति यह है कि अतिक्रमण करने वाले नपं कर्मी संजय गुप्ता को एसडीएम मुकेश सिंह व तहसीलदार रामनिवास धाकड़ ने मनोरंजन भवन का मौका मुआयना कर तीन दिवस में स्वयं अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था वहीं नपं सीएमओ रमेश सिंह सगर द्वारा भी तीन दिवसीय नोटिस दिया था।
लेकिन दोनों ही अधिकारियों के नोटिस की समय-सीमा निकलने के बाद भी मौके से कोई अतिक्रमण नहीं हट सका है। वहीं नोटिस देने वाले अधिकारी आगमी पेशी पर सुनवाई की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरे दूसरा नोटिस जारी करने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।
नगर पंचायत सीएमओ बोले- मैंने काम बंद करा दिया है, अब एक और नोटिस देता हूं फिर की जाएगी कार्रवाई
मोहना-पोहरी रोड पर अस्पताल के सामने बने मनोरंजन भवन सहित अन्य शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वाले संजय गुप्ता को तहसीलदार व नपं सीएमओ द्वारा तीन दिन का समय नोटिस में दिया था लेकिन वह भी पूरा होने के बाद भी राजस्व प्रशासन व नगरीय प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। वहीं भूख हड़ताल पर बैठे माखन सिंह धाकड़ सहित अन्य युवाओं का कहना है कि प्रशासन जान बूझ कर अतिक्रमणकारी को और समय दिया जा रहा है। जिससे अतिक्रमण कारी न्यायालय सहित अन्य फोरम की स्टे आदि ला सके।
जिम्मेदारी से इस तरह बच रहे दोनों अधिकारी
पहले तीन दिन में कार्रवाई करने का नोटिस जारी करने वाले नपं सीएमओ ने नोटिस में उल्लेख किया था कि संजय गुप्ता आप तीन दिवस में मनोरंजन भवन को खाली करे व निर्माण कार्य बंद करें आपके द्वारा पद का दुरुपयोग किया जा रहा है। आपने तीन दिवस में भवन को खाली करें अन्यथा आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी आपकी होगी। वहीं तहसीलदार ने भी तीन दिवस का नोटिस जारी किया था लेकिन अब सीएमओ दूसरा नोटिस जारी करने की बात कह रहे हैं वहीं तहसीलदार दूसरी पेशी पर कागज सर्च करने के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
भूख हड़तालियों ने लगाए प्रशासन पर संरक्षण देने के आरोप
वहीं मनोरंज भवन के अतिक्रमण को हटाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे युवाओं का कहना है कि प्रशासन द्वारा हमारी चार दिन बाद भी कोई सुध नहीं ली है। इतना ही नहीं स्थानीय प्रशासन व नगरीय प्रशासन द्वारा संजय गुप्ता को संरक्षण दिया जा रहा है। जिससे चलते ये अधिकारी नोटिस का समय निकलने के बाद भी और उसे समय दे रहे हैं।
एसडीएम सहित विधायक पर लगाए संरक्षण देने का आरोप
इस मनोरजंन भवन को लेकर चार दिन से भूख हडताल पर बैठे भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के सदस्यों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उक्त अतिक्रमण कारी को प्रशासन खुला सरंक्षण दे रहा है। एसडीएम और विधायक ने इसको खुला सरंक्षण दे रखा है जिसके चलते आज दिनांक तक इन आरोपीयों पर कार्यवाही की हिम्मत नहीं जुटा सके।
इनका कहना है
उक्त मामले को लेकर हमारे एसडीएम और तहसीलदार ने अतिक्रमणकारी को नोटिस जारी किए है। अब हम उनके जबाब का इंतजार कर रहे है। अब चूंंकि उक्त कंट्रक्शन पक्का है तो हम सीमाकंन करा रहे है। उसके बाद उक्त अतिक्रमण को हटाया जाएगा।
अनुग्रहा पी,कलेक्टर शिवपुरी।