टोल वसूलने वाली कंपनी घाटे में, खुद को टर्मिनेट करने लिखा पत्र, फोरलेन अटकी | Shivpuri News

शिवपुरी। ग्वालियर-शिवपुरी के बीच फोरलेन सड़क बनाने के बाद एस्सेल कंपनी प्रोजेक्ट से हाथ खींचना चाहती है। जनवरी के पहले सप्ताह से टोल प्लाजा चालू होने के बाद कंपनी को हर दिन 4 से 5 लाख रुपए का घाटा हो रहा है।

नुकसान को देखते हुए एस्सेल कंपनी ने NHAI के हेडक्वार्टर दिल्ली में खुद को प्रोजेक्ट से टर्मिनेट करने के लिए लेटर दे दिया है। कंपनी के इस कदम से शिवपुरी शहर की जनता पर दो तरह से असर पड़ेगा। पहला फोरलेन बायपास चालू होने में काफी वक्त लग सकता है और दूसरा शहर के बीच से गुजरे एनएच-3 का निर्माण शुरू नहीं हो पाएगा। 

शहर के पुराने बायपास पर ट्रैफिक का दबाव बना रहने से लोगों की समस्या जस की तस बनी रहेगी। बता दें कि ग्वालियर-शिवपुरी टोल रोड के लिए एस्सेल कंपनी का एनएचएआई के बीच 29 साल तक टोल वसूलने का अनुबंध है। जिसमें हर साल कंपनी को 66 करोड़ रुपए एनएचएआई को देना है। साथ ही 5% राशि हर साल बढ़ाकर देना है। टोल चालू होने के बाद कंपनी को काफी घाटा हो रहा है। नुकसान को देखते हुए कंपनी ने प्रोजेक्ट से खुद को टर्मिनेट करने के लिए पत्र भेजा है। 


प्रोजेक्ट की TPC 1055 करोड़, कंपनी ने 1601 करोड़ खर्च किए 

बीओटी प्रोजेक्ट के तहत 125.3 किमी फोरलेन सड़क का काम एस्सेल कंपनी ने हाथ में लिया था। नेशनल पार्क सीमा में 6.50 किमी हिस्सा प्रोजेक्ट से हटा देने के बाद 118 किमी की सड़क कंपनी ने बना दी है। एनएचएआई ने प्रोजेक्ट की टीपीसी (टोटल प्रोजेक्ट ऑफ कोस्ट) 1055 तैयार करके दी है। जबकि कंपनी 1601 करोड़ का लोन बैंक से लेकर सड़क निर्माण पर खर्च कर चुकी है।

हेडक्वार्टर स्तर पर जारी हुआ है लेटर हम अपने स्तर पर प्रयासरत हैं 

कंपनी के वरिष्ठ स्तर से ही टर्मिनेशन का फैसला होना है। फोरलेन बायपास चालू करवाने के लिए हम अपने स्तर पर प्रयासरत हैं। हर दिन 15 से 16 लाख रुपए टोल आ रहा है। जबकि 4 से 5 लाख रुपए हर दिन नुकसान हो रहा है। राजेश रंजन सिन्हा, प्रोजेक्ट इंचार्ज, एस्सेल ग्वालियर-शिवपुरी टोल रोड प्रालि 

टर्मिनेशन मंजूर हुआ तो दूसरी एजेंसी से काम पूरा कराएंगे 

एस्सेल कंपनी की तरफ से टर्मिनेशन संबंधी लेटर दिया गया है। हेडक्वार्टर दिल्ली से इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। यदि टर्मिनेशन लेटर स्वीकृत होता है तो शिवपुरी फोरलेन बायपास चालू कराने के लिए दूसरी एजेंसी को चुनेंगे। लोड टेस्टिंग व बैलेंस वर्क कराकर फोरलेन चालू कराएंगे। विवेक जयसवाल, रीजनल ऑफिसर, एनएचएआई भोपाल 

लोड टेस्टिंग के कारण फोरलेन बाईपास अटकी

17 किमी के फोरलेन बायपास पर नौहरीकलां व ककरवाया के पास दो अलग अलग रेलवे ओवरब्रिज हैं। लोड टेस्टिंग नहीं होने से ट्रैफिक चालू नहीं हो रहा। साथ ही बैलेंस वर्क भी अधूरा है। कंपनी दोनों काम अभी तक नहीं करा पाई है। यदि कंपनी टर्मिनेट होती है तो दोनों काम कब पूरे होंगे, यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। 


शहरी फोरलेन रोड: पहले नया बायपास चालू हो, तभी नई सड़क बनेगी 

शहरी फोरलेन सड़क: नया बायपास बनने से शहरी से गुजरे एनएच-3 के 13 किमी हिस्से की सड़क निर्माण पीडब्ल्यूडी अपने अधिपत्य में ले रहा है। 13 किमी में से शहरी सीमा में 6.50 किमी फोरलेन सड़क बनना है। इसके लिए 38 किमी का टैंडर कर वर्कऑर्डर भी हो चुका है। जब तक फोरलेन बायपास चालू नहीं होगा, शहरी सड़क का काम शुरू नहीं हो सकेगा।