शिवपुरी। डबरा के रहने वाले तिवारी परिवार के सदस्यों ने दहेज के लिए अपनी बहू को प्रताडि़त कर उसे घर से निकाल दिया जिसकी सजा पीडि़ता ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराकर की है। आरोपीगण उससे दहेज में 5 लाख रूपए की मांग करते थे और उसे तरह तरह की यातनाएं भी देते थे। यहां तक कि आरोपियों ने उसकी कई बार मारपीट भी की और उसे घर से भगा दिया। जिससे तंग आकर पीडि़ता पिछोर थाने की चौखट पर जा पहुंची जिस पर पुलिस ने पीडि़ता के पति सहित परिवार के 6 सदस्यों पर भादवि की धारा 498, 323, 504 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पिछोर निवासी सारिका उर्फ मोहनी का विवाह डबरा निवासी कुवेंद्र तिवारी के साथ हिंदू रीतिरिवाज के अनुसार बड़ी धूमधाम के साथ उसके पिता ने कराया था। उस समय पीडि़ता के पिता ने अपनी हैसियतानुसार खूब दान दहेज दिया।
विवाह के कुछ समय पश्चात तक तो आरोपियों ने उसे ठीक ढंग से रखा, लेकिन इसके बाद पीडि़ता का पति कुवेंद्र तिवारी अपने परिवार के रामगोपाल तिवारी, सुशीला तिवारी, हेमलता शर्मा, रामेश्वर शर्मा, विनोद तिवारी और नीलम तिवारी के साथ मिलकर उससे उसके पिता के घर से 5 लाख रूपए लाने का दबाव बनाने लगे। जब पीडि़ता ने आरोपियों को बताया कि उसके पिता की इतनी हैसियत नहीं है कि वह इतनी बड़ी रकम दे सकें।
इसके बाद आरोपियों ने सारिका को तरह तरह से प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। यहां तक कि आरोपियों ने तीन माह पूर्व उसकी मारपीट कर उसे घर से भगा दिया। इसके बाद वह अपने पिता के घर आकर रहने लगी। इस दौरान पीडि़ता के पिता ने आरोपियों से कई बार उसकी पुत्री को अपनाने की मिन्नतें की, लेकिन आरोपी बिना दहेज लिए सारिका को अपनाने को राजी नहीं हुए। इससे तंग आकर पीडि़ता ने आरोपियों को सबक सिखाने के लिए पुलिस की शरण ली।
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