शिवपुरी। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अभी हाल ही में हुए दौरे के दौरान नगर पालिका शिवपुरी के द्वारा जिन साढे तीन करोड़ की सडक़ों का लोकार्पण किया वह सडक़ें सप्ताह भर के अंदर उखड़ गई और जबकि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर पालिका द्वारा आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम नपा अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के समक्ष साफ शब्दों में कहा था कि जो भी सडक़ें नगर पालिका द्वारा बनाई जा रही हैं उनमें गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाए। जिससे मेरे शिवपुरी वासियों के लिए किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
लेकिन नगर पालिका के अधिकारी एवं कर्मचारी और ठेकेदार की मिली भगत के कारण सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिन आठ सडक़ों का लोकार्पण किया उनमें चार सडक़ें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिनमें उदाहरण के लिए एसपी कोठी के पीछे वाली सडक़, भूतपुलिया वाली सडक़, श्रीराम कॉलोनी वाली सडक़ की हालत तो ऐसी हैं कि जाने कितने वर्ष पुरानी यह सडक़ बनाई गई हैं, लेकिन अब देखना यह है कि सांसद सिंधिया इस भ्रष्ट ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्यवाही करवाते हैं क्योंकि वर्तमान में नपा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के साथ प्रदेश सरकार भी उन्हीं की हैं ऐसे क्या दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही हो पाती हैं या नहीं यह समझत से परे हैं। लेकिन नपा अध्यक्ष और ठेकेदार की सांठगांठ का परिणाम शहर में निर्माण हो रही घटिया क्वालिटी की सडक़ें देखने को मिल रही हैं।
सांसद सिंधिया इन सडक़ों का किया था लोकार्पण
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर पालिका परिषद शिवपुरी द्वारा शिवपुरी में साढ़े 3 करोड़ की लागत से निर्मित 8 विभिन्न सडक़ों का लोकापर्ण किया जिनमें सुभाष पार्क, वर्फ फैक्ट्री वाली, कल्लनसौप बाली सडक़, पुलिस अधीक्षक निवास के पीछे वाली सडक़, श्रीराम कॉलोनी वाली सडक़ का लोकापणर््ाया किया था जिनमें एक या दो सडक़ों छोड़ दें तो सारी सडक़ें उखड़ रही हैं। कुछ सडक़ें की स्थिति तो ऐसी निर्मित होने लगी हैं कि जाने वर्षो पुरानी बनी हुई हैं। जिनमें पुलिस अधीक्षक निवास वाली सडक़, श्रीराम कॉलोनी वाली सडक़, एवं भूतपुलिया वाली सडक़ी स्थिति दयनीय हो गई हैं। अब देखना यह है कि इन सडक़ों घटिया निर्माण पर नपा प्रशासन कोई कार्यवाही करता हैं या नहीं।
नपा के इंजीनियर और ठेकेदार जुगलबंदी चर्चा का विषय
बताया जाता है कि नगर पालिका के इंजीनियर और ठेकेदार की जुगलबंदी शहर में इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई क्येांकि साहब के न तो निर्माणधीन सडक़ों का निरीक्षण किया जा रहा हैं और न उनकी गुणवत्ता पर ध्यान जैसी मर्जी आए ठेकेदार साहब बना देते हैं बाद में उखड़े तो उखड़ जाए उन्होंने भुगतान के लिए फाईल भी आगे बढ़ा देते हैं। लेकिन शहर की जनता इन घटिया क्वालिटी की सडक़ों देखकर नपा के जनप्रतिनिधियों को कोसती नजर आ रही हैं। लेकिन इन अधिकारी को जनता से क्या लेना देना इन्हें ठेकेदार द्वारा समय-समय पर उनकी मोटी रकम पहुंचा दी जाती हैं। इसलिए उन्होंने एक-एक करके सारी सडक़ों के निर्माण पास करने की वीणा उठा लिया हैं।
ठेकेदार सहित दोषी अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्यवाही
इन घटिया सडक़ें के संबंध में जब नगर पालिका सीएमओ से चर्चा की तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मैं स्वयं जाकर सडक़ों का निरीक्षण करूंगा और दोषी ठेकेदार सहित नपा के इंजीनियर या सब इंजीनियर जो भी होगा उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करूंगा और सडक़ों के निर्माण में गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। वहीं इसी संबंध नगर पालिका के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि जिन सडक़ों की बात कर रहे हैं वह नगर पालिका ने सुपुर्दगी में नहीं ली हैं। यदि वह घटिया क्वालिटी की बनाई गई हैं तो निर्माण के 3 वर्ष तक यदि सडक़ उखड़ती हैं तो उसकी जवाबदारी स्वयं ठेकेदार की रहती हैं।
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