शिवपुरी। इस समय प्रशासन का टारगेट है कि मीजल्स का टीकारण 100 प्रतिशत हो,इसके लिए प्रयास किया जा रहा है,लेकिन इस टीकाकरण को झटका देने वाली दूसरी खबर भी आ रही हैं कि बुधवार को मीजल्स—रूबेला का टीका ढाई साल के बच्चे को लगाया गया तो उसकी हालत बिगडी तो बच्चे को उपचार के लिए चिकित्सकों ने ग्वालियर रैफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार चिराग पुत्र संजयपुरी निवासी न्यू दर्पण कॉलोनी को मीजल्स का टीका बुधवार की दोपहर लगाया गया। टीकाकरण के पहले हल्की खांसी आने की बात बच्चे के परिजन ने कही है। उन्होंने कहा कि टीका लगते ही बच्चे को नींद आ गई।
शाम को उठा तो तेज बुखार आया और उसके मुंह से झाग निकलने लगा। परिजन ने कहा कि उसे झटके भी आने लगे। यह देख वह बच्चे को दिखाने डॉक्टर को दिखाने जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी हालत बिगड़ते देख रात 8 बजे ग्वालियर रैफर कर दिया। इससे पूर्व भी एक स्कूल के टीकाकरण के कार्यक्रम में टीका लगते ही बीमार हो गए थे और उन्है जिला चिकित्सालय भर्ती करना पडा था।
इस मामले में परिजन जहां टीकाकरण होने से पहले बच्चे को हल्की खांसी की बात कह रहे है वहीं जिला चिकित्सालय के डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर का कहना है कि बच्चा पहले से बीमार था और उसके पेट में इंफेक्शन भी था। परिजनों ने यह बात टीकाकरण करने वाली नर्स को नहीं बताई।
वहीं परिजन कह रहे है कि बेटे को बुखार और चक्कर तो टीका के बाद आया है। ऐसे में यदि बच्चे की तबियत बिगड़ी है तो सवाल यह भी उठता है कि उसे बीमारी की हालत में टीका लगाया ही क्यों गया।
टीका लगने से बिगड़ी बच्चे की तबीयत
बेटे को टीकाकरण के पहले मामूली सर्दी थी,टीका लगने के बाद हालत बेटे की बिगड़ी और वह बुखार के साथ मुंह से झाग और चक्कर आने लगे। अब रात 8 बजे उसे ग्वालियर रैफर किया है। संजय पुरी,बेटे का पिता
बेहतर इलाज के लिए ग्वालियर रैफर किया है
बालक तो पहले से बीमार था। यह बात संभवत: परिजन ने सिस्टर को नहीं बताई। बच्चे को चक्कर और तेज बुखार था इसलिए उसे बेहतर उपचार के लिए ग्वालियर रैफर किया है। डॉ.राजकुमार ऋषिश्वर, चिकित्सक जिला चिकित्सालय शिवपुरी
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