वह था BJP का विकास: सांसद सिंधिया ने लिखी पुल निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग | POHRI SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। पोहरी विधानसभा क्षेत्र की कूनो नदी पर लगभग 8 करोड की लगात से बना पुल पहली बारिश में ही पत्ते की तरह वह गया था। इस पुल का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किया था और कह था कि यह भाजपा का विकास हैं। इस पुल के निर्माण के समय पोहरी विधानसभा के तात्कालिन विधायक प्रहलाद भारती ने इस मुददे को उठाया था कि पुल निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है निर्माण की गाईड लाईनो को तोडा जा रहा हैं। अब इस पूल निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने सांसद सिंधिया ने सीएम कमलनाथ को इसकी जांच के लिए पत्र लिखा हैंं। 

मप्र और राजस्थान को जोडता है यह पूल 

यह पुल छर्च क्षेत्र को राजस्थान से जोड़ता है और पुल के ढहने के कारण छर्च क्षेत्र एक सैकड़ा से अधिक गांवों के लोगों को अवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सांसद सिंधिया के दौरे के दौरान ग्रामीण क्षेत्र के लोगों व पोहरी विधायक ने बताया था कि पुल घटिया निर्माण के कारण ढह गया था। इससे इलाके के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम कमलनाथ को एक पत्र लिखा है। इसमें सिंधिया ने लिखा है कि घटिया निर्माण के चलते तीन माह में ही लोकार्पण के बाद पुल ढह गया। इसकी जांच कराई जाए और दोषियों के विरुद्घ कार्रवाई की जाए। इसके पुर्ननिर्माण की स्वीक्रति भी दी जाए, जिससे लोगों को परेशानी से बचाया जा सके।

29 मई 2018 को केंद्रीय मंत्री ने किया था लोकार्पण

छर्च क्षेत्र में बने इस पुल का लोकार्पण 19 मई 2018 को केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किया था और अगस्त में हुई जोरदार बारिश के चलते पुल का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर ढह गया था जिसके चलते एक सैकड़ा गांव के लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

तत्कालीन विधायक ने भी की थी घटिया निर्माण की शिकायत

पोहरी के तत्कालीन विधायक प्रहलाद भारती ने भी पुल के घटिया निर्माण की शिकायत की थी और उनके द्वारा यह बात विधानसभा में भी उठाई गई थी कि पुल का निर्माण घटिया किया जा रहा है और उसकी गुणवत्ता भी सही नहीं हैं, जिसके नतीजे में पुल कभी भी ढह सकता है।

नदी के बीच से बाइक व पैदल जा रहे ग्रामीण

पुल के ढह जाने के चलते ग्रामीणों के सामने आवागमन का संकट खडा हो गया है। ग्रामीणों को अब कूनो नदी के बीच से बाइक व पैदल पार कर जाना पड रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों के बाद तो पुल का निर्माण हुआ था लेकिन घटिया निर्माण के चलते पुल ढह गया और अब पहले जैसी ही परेशानी का सामना उन्हें करना पड रहा है। वह कूनो नदी के पानी के बीच से बाइक व पैदल पार कर इधर उधर जाते हैं और बारिश के दिनों में यह रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता है।