अखिल भारतीय विद्धार्थी परिषद ने मनाया सामाजिक समरसता दिवस | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज शहर के पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य आर.एस.पंत,प्रोफेसर जीपी शर्मा, प्रोफेसर दिग्विजय सिंह सिकरवार  व अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. जीपी शर्मा ने बताया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने किस प्रकार जीवन संघर्ष करते हुए बिताया एवं सदैव दलित, पिछड़े व शोषित समाज से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया एवं श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का भी समर्थन किया वह स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री भी रहे।

विद्यार्थियों को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन को पढ़कर उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम को आगे संबोधित करते हुए प्रोफ़ेसर दिग्विजय सिकरवार ने बताया कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय व लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की तथा विधि व अर्थशास्त्र में शोध कार्य किए। 

प्रोफेसर सिकरवार ने बताया कि 1956 मे डॉक्टर अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपना लिया। डाॅ.अंबेडकर ने हिंदू धर्म त्यागने की घोषणा किसी भी प्रकार की दुश्मनी व हिंदू धर्म के विनाश के लिए नहीं थी बल्कि उन्होंने यह फैसला कुछ मौलिक सिद्धांतों को लेकर किया जिनका धर्म से बिल्कुल तालमेल नहीं था। बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर ने सदैव राष्ट्रहित व देश हित के लिए कार्य किए। डॉक्टर अंबेडकर ने संविधान समिति के अध्यक्ष के रूप मे भारत के संविधान का निर्माण भी किया। 
कार्यक्रम का आभार व्यक्त करते हुए विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री आदित्य पाठक ने पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य, सभी प्रोफेसर एवं सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया| | कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राहुल पडरिया ,कृष्ण पाल यादव, हर्षित भार्गव, आदित्य पाठक, निकेतन शर्मा, अनुरंजन चतुर्वेदी, दीपेश दुबे, विश्वनाथ सिंघल, प्रदुम्न गोस्वामी, अभिषेक सोलंकी व एक सैकड़ा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आदित्य पाठक ने किया।