प्राचार्य मेडम की जगह पति काम करता हैं महाविद्यालय में अनेक अनिमितताए: छात्र संघ ने सौपा ज्ञापन | Pohri, Shivpuri News

पोहरी। पोहरी में आज शासकीय लक्ष्मी सरस्वती गोपालकृष्ण महाविद्यालय में पदस्थ प्राचार्य के पति की मनमानी के चलते आज छात्रों ने पोहरी एसडीएम मुकेश सिंह को एक ज्ञापन सोप कर कारवाही की मांग की है।छात्रों ने प्राचार्य सहित प्राचार्य पति पर आरोप लगाए है कि प्राचार्य मेडिकल पर छुट्टी गई और बाद में वेतन भी निकाल ली है ऐसे में महाविद्यालय में प्राचार्य की जगह प्राचार्य के पति कार्य कर रहे है। ऐसे में आये दिन महाविद्यालय में छात्रों को परेशानी का सामना करना पडता है।

शासकीय महाविद्यालय पेाहरी के प्रभारी प्राचार्य प्रो.लक्ष्मी गुप्ता सहा.प्राध्यापक समाजशास्त्र दिनांक 30.09.2018 से अवकाश एवं दिनांक 04.10.2018 से मेडीकल अवकाश पर बिना जिला निर्वाचन अधिकारी की अनुमति के चली गयी एवं दिनांक 14.11.18 को अपने वेतन आहरण के लिये संस्था में उपस्थित हुई और किसी सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के बिना मेडीकल अवकाश स्वीकृति के बिना ही अपना वेेतन माह नबम्बर 2018 का वेतन संस्था के बाबू श्री देवेन्द्र सिंह के कई बार मना करने के बाद मैडम गुप्ता के पति द्वारा कोषालय शिवपुरी में बिल लगा कर आहरण कर लिया।

इसके बाद मेडीकल स्वीकृत करवाने हेतु अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा ग्वालियर कार्यालय में गयी तो आपके द्वारा जिला निर्वाचन की अनुमति मांगी गयी, जिला कलेक्टर को कई बार ज्ञापन दिया गया और अखबार में भी कई बार खबर आई लेकिन श्रीमती लक्ष्मी गप्ता पर जिला कलेक्टर द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी इससे ऐसा लगता है कि उनके द्वारा जातिगत मदद की जा रही हैं। 

एवं आपको भी कई बार इस संदर्भ में सूचित किया गया है लेकिन इन पर कोई कार्यवाही नही की गई है। दीपावली जैसे त्यौहार में भी मैडम गुप्ता ने कॉलेज कर्मचारियों की वेतन नही निकाली एवं कॉलेज के समस्त कार्य उनके पति द्वारा ही कियेे जाते है इसकी शिकायत छात्रसंघ के द्वारा पिछली साल की गयी लेकिन कुछ दिन मैडम का पति कॉलेज नही आया इसके बाद फिर से आने लगा एवं परीक्षा, छात्रसंघ चुनाव में भी अपनी ड्यूटी लगवा चुका है। 

इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन और उच्च शिक्षा द्वारा मैडम एवं उनके पति पर कोई ठोस कार्यवाही नही की गयी। अतिथि विद्वानों को मानदेय भुगतान हेतु अनुपस्थित दिनों का आधा मानदेय की मांग भी प्राचार्य के पति के द्वारा की गयी जिसका वीडियो भी है, अतिथि विद्वानों के मना करने पर उनको मानदेय काटकर दिया गया। प्राचार्य मैडम एवं पति अपनी मनमानी कॉलेज में करता रहता है। उच्च शिक्षा विभाग एवं स्थानीय प्रशासन मौन बना हुआ।

छात्रसंघ का कहना है कि प्राचार्य मैडम गुप्ता की 10 दिन में जांच नही हुई तो हमस ब छात्र एक अन्दोलन करेंगें। 
मनीष चकराना, छात्र नेता