शिवपुरी। नरवर तहसील की ग्राम पंचायत पीपलखाड़ी के मोहिनी गांव में सरकारी जमीन को निजी बताकर कुछ ग्रामीणों ने उत्खनन करा दिया। मगरौनी-धौलागढ़ मार्ग का निर्माण कर रहे ठेकेदार को करीब 25 लाख रुपए में मुरम बेच दी है।
मामले में ग्राम पंचायत ने जब सीमांकन कराया तो दो सर्वे नंबरों की यह जमीन सरकारी निकली है। ग्राम पंचायत द्वारा मामले में कलेक्टर से शिकायत की है। जिसमें मुरम बेचने वाले संबंधित लोगों के खिलाफ वसूली कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
ग्राम पंचायत के सरपंच बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत पीपलखाड़ी के मोहिनी गांव में 5 बीघा में से 3 मीटर गहरे अवैध उत्खनन किया गया है। शासकीय प्रयोजन के लिए 29 सितंबर को सीमांकन कराने के दौरान झगड़ा हो गया था। उस समय सीमांकन नहीं हो सका। इसके बाद 25 अक्टूबर को सीमांकन कराया तो सर्वे नंबर 48, 50 की जमीन शासकीय निकली। जिसमें से लगभग 5 बीघा में तीन मीटर गहरे अवैध रूप से मशीनों से खुदाई करा दी गई।
यह खुदाई हन्ना गुर्जर, मोहन सिंह गुर्जर, वीरेन्द्र गुर्जर व चंदन गुर्जर निवासी मोहिनी ने कराई है। डंपर व ट्रैक्टरों से मुरम मगरौनी से धाैलागढ़ मार्ग बनाने वाले ठेकेदार तेजबीर भड़ाना और धीरज भाटी को करीब 25 लाख रुपए में बेची है। पहाड़ से लगी सरकारी जमीन में खुदाई से जमीन ऊबड़खाबड़ हो गई है। शासन को भी लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।
सरपंच का कहना है कि मामले में कलेक्टर को लिखित शिकायत की है। जिसमें आग्रह किया है कि शासकीय सर्वे नंबरों का संबंधित पटवारी द्वारा मूल्यांकन कराकर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ वसूली की कार्रवाई कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
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