शिवपुरी। खबर जिले के बैराड क्षेत्र से आ रही है। जहां आज एक महिला आज झोलाछाप और डेंगू की भेंट चढ गई। जब इस मामले की सूचना जिले के स्वास्थ्य विभाग को लगी तो वह इस पूरे मामले से इंकार करने लगे। अब सबाल यह है कि इस पूरे घटनाक्रम के लिए आखिर दोषी कौन है। जानकारी के अनुसार बैराड कस्बे के वार्ड नंबर 2 में निवासरत बती कुशवाह पत्नि शिवराज सिंह कुशवाह उम्र 40 साल को बीते चार दिन से बुखार आ रहा था। इस बुखार के चलते बती के परिजन बैराड कस्बे में ही माता रोड पर स्थिति एक झोलाछाप की दुकान पर लेकर गया। कल पूरे दिन झोलाछाप डॉक्टर ने उक्त् महिला का इलाज किया। उसके बाद महिला बापिस अपने घर चली गई।
महिला के पति ने बताया है कि इस इलाज से महिला को आराम नहीं मिला तो आज फिर वह अपनी पत्नि को लेकर झोलाछाप डॉक्टर के पास लेकर पहुंचा। जहां झोलाछाप डॉक्टर ने महिला का इलाज किया। इसी इलाज के दौरान महिला की हालात विगडने लगी। जिसपर झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खडे कर दिए। और तत्काल उसे शिवपुरी के लिए रैफर कर दिया।
परिजन महिला को लेकर सिंह निवास पहुंचे उससे पहले ही महिला ने रास्ते में दम तोड दिया। यहां बता दे कि पूरा जिला इन दिनों डेंगू से पीडित है। पूरे जिले में हाहाकार की स्थिति है उसके बाबजूद भी यह झोलाछाप डेंगू जेसे घातक बीमारी से पीडित मरीज का सरेआम टीटंमेंट कर रहे है। जब हालात विगडने लगती है तो वह इसे जिला चिकित्सालय रैफर कर देते है। अब जब हालात दयनीय होती है तो जिला चिकित्सालय के डॉक्टर भी कुछ नहीं कर पाते।
पहले भी हो चुकी है एक की मौत
जिले के बैराड में इन दिनों डैंगू से कई लोगों का दीपावली से पहले दिवालिया निकल चुका है। एक ही घर में चार चार लोग डेंगू पोजीटिव निकल रहे है। उसके बाद हालात यह है कि ग्वालियर में प्रायवेट उपचार के एक मरीज का खर्चा 40 से 50 हजार के लगभग पहुंच रहा है। इस डैंगू से बैराड के ही बार्ड नंबर 7 में निवासरत शिवराज सिंह परिहार की मौत हो चुकी है। उसके बाबजूद भी यह झोलाछाप डॉक्टर सरेआम लोगों की जिंदगी से खिलबाड करते हुए धडडले से इलाज कर रहे हैै।
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