शिवपुरी। पूरे प्रदेश में इन दिनों अधिकारी और कर्मचारीयों पर चुनाव का भूत सवार है। चुनाव के नाम पर जिम्मेदार महज चुनाव में लगे हुए है। और शहर में डेगू से हालात दिन ब दिन बिगडते जा रहे है। यहां न तो डेंगूे से होने बाली मौतों की कोई जिम्मेदारी ले रहा है और न ही नगर पालिका इन जानलेवा डेंगू के मच्छरों से शहर को निजात दिला पा रहा है। इसी का खामियाजा आज एक मासूम को अपनी जान देकर चुकाना पडा।
जानकारी के अनुसार राजेश्वरी रोड पर निवासरत हेमंत कटारे एडवोकेट की 12 वर्षीय बेटी को पिछले 7 दिन से बुखार आ रहा था। जिसके चलते हेंमत कटारे अपनी बेटी का लगातार इलाज करा रहे थे। परंतु जिला चिकित्सालय में बेटी का पूर्ण इलाज न होने पर हेंमत कटारे अपनी बेटी को लेकर ग्वालियर के निजी चिकित्सालय में पहुंचे। जहां जब मासूम की जांच कराई तो सामने आया कि इस मासूम को डेंगू पोजिटिव है।
उसके बाद लगातार ग्वालियर में मासूम की हालात विगडती गई। जिसपर चिकित्सको ने ग्वालियर से उन्हें दिल्ली रैफर कर दिया। उसके बाद एडवोकेट हेमंत कटारे अपनी बेटी को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए। जहां मासूम डेंगू से हार गई और रास्ते मे आगरा पहुंचते समय मासूम की मौत हो गई। बताया गया है उक्त मासूम शहर के सेंट चाल्र्स स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा है।
इस घटना के बाद शहर में शौक का माहौल निर्मित हो गया है। बताया गया है कि डेगू का अगर प्रारंभ में ही पता चल जाता तो इस मासूम की मौत नहीं होती।
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