शिवपुरी। मध्यप्रदेश में चुनावी शंखनाद हो चुका है। शासन प्रशासन अपनी व्यवस्थाएं चाक चौंबद करने में जुटा हुआ है। इसी के चलते सभी टिकिटार्थी अपने अपने आकाओं को मनाने में जुटे हुए है। जिसके चलते जिले की कोलारस विधानसभा सीट को लेकर कस्मकस की स्थिति बनी हुई है। पोहरी विधानसभा सीट पर पिछले दो बार से भाजपा के प्रह्लाद भारती का कब्जा रहा है। परंतु अब तीसरी बार प्रह्लाद भारती इस क्षेत्र को छोडक़र कोलारस क्षेत्र से अपना भाग्य आजमा सकते है। हांलाकि कोलारस में प्रह्लाद भारती के परिवार का प्रारंभ से ही दबदबा रहा है। और इस क्षेत्र में बीते लंबे समय से धाकड़ समाज के उम्मीदवार की मांग उठ रही है।
आज भोपाल से प्रकाशित राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित समाचार में बताया गया है कि प्रह्नाद भारती अपना क्षेत्र छोडक़र कोलारस से अपना भाग्य आजमा सकते है। हांलाकि यह स्थिति पोहरी क्षेत्र में धाकड़ उम्मीदवार की कांग्रेस से टिकिट मिलने पर बन सकती है। माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस किसी धाकड़ उम्मीदवार को अपना उम्मीदवार बना सकती है। अगर कांग्रेस ने धाकड़ उम्मीदवार को अपना प्रत्यासी बनाया तो इस क्षेत्र में दोनों प्रमुख दल एक ही जाति के उम्मीदवार नहीं उतार सकते।
क्यों बनी यह स्थिति
माना जा रहा है कि पोहरी विधायक प्रह्लाद भारती का इस क्षेत्र में अच्छा दबदबा रहा है। बीते दो बार प्रह्लाद भारती अपने समुदाय के लोगों की बजय से इस क्षेत्र से विधायक चुने जाते रहे है। परंतु 10 साल तक लगातार विधायक बनने के बाद इसका इनके ही समाज में अंदरूनी कलह के चलते इस क्षेत्र में इनका अपनी ही समाज में विरोध हो गया है। जबकि दूसरी और से कांग्रेस से प्रदुम्मन वर्मा अपनी दाबेदारी दिखा रहे है। जो कि वर्तमान में पोहरी क्षेत्र से जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद पर है। हांलाकि इस क्षेत्र से शिशुपाल वर्मा भी टिकिट की मांग कर रहे है। इसके साथ ही ही इस क्षेत्र से कांग्रेस से अरविंद चकराना भी टिकिट की मांग कर रहे है।
इस क्षेत्र से सुरेश राठखेड़ा भी अपनी दाबेदारी दिखा रहे है।
कोलारस से दावा है प्रबल
जिले के कोलारस क्षेत्र में बीते कुछ दिनों पूर्व हुए उपचुनाव में भाजपा की गुटबाजी के चलते यहां भाजपा के उम्मीदवार देवेन्द्र जैन को हार का सामना करना पड़ा था। वह भी जब जब पूरा शासन प्रशासन उनके साथ खड़ा हुआ था। कोलारस क्षेत्र से विधायक भारती के चाचा जगदीश वर्मा दो बार विधायक रह चुके है। उसके बाद दोनों ही प्रमुख दलों में से किसी ने भी इस क्षेत्र से धाकड़ उम्मीदवार को नहीं उतारा है।
कोलारस क्षेत्र में धाकड़ समुदाय के लगभग 35 हजार बोटर है। जो बीते लंबे समय से इस क्षेत्र से समाज के उम्मीदवार की मांग कर रहे है। इसके साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र पर प्रहलाद भारती की आका माने जाने बाली यशोधरा राजे सिंधिया को फ्री हेण्ड दिया जा सकता है। जिससे प्रहलाद भारती राजे के सबसे विश्वनीय उम्मीदवार है।
पोहरी विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर लोकसभा में आता है। जहां से बर्तमान में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सांसद है। वह कभी नहीं चाहेंगे कि उनके संसदीय क्षेत्र की पोहरी विधानसभा से प्रहलाद भारती को टिकिट मिले। क्योंकि प्रहलाद भारती पर लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र सिंह तोमर के खिलाफ काम करने का न सिर्फ आरोप है बल्कि कहा तो यह भी जाता है कि श्री तोमर के पास इस बात के कई प्रमाण है।
पोहरी क्षेत्र में बीते लोकसभा चुनाव में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की हार के चलते इनको पोहरी क्षेत्र मेें अपना बचस्र्व स्थापित करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। नरेन्द्र सिंह तोमर इस अपने लोकसभा क्षेत्र में अपना पूरा हस्तक्षेप रखेंगे तो इसना टिकिट पोहरी क्षेत्र से मुश्किल में पड़ सकता है।
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