धिक्कार है शिवपुरी के नेताआ पर, कलेक्टर को ही आगे आना होगा...

ललित मुदगल प्रसंगवश/शिवपुरी। पिछले 24 घटें में अस्पताल से 2 खबरें आई हैं। दोनो में ही 2 जाने गई हैं। दोनो ही मामले में अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। शिवपुरी जिला अस्पताल में ऐसे कई मामले देखने और सुनने को मिलते है परन्तु कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जांच। जांच भी सिर्फ मुहं जबानी सिर्फ अखबारो में बयान दिया जाता है कि इस मामले की जांच करवा लेते हैं। 

बीते 24 घटें पूर्व मनियर निवासी 10 वर्षीय लड़की शिवा को बुखार ने मार डाला। डॉक्टरों ने पूरे एक दिन भर्ती करवाने पर भी उसके ब्लड की जांच नही करवाई, उल्टा परिजन अगर भड़क जाए तो उन्हे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अवश्य बुला ली। आज एक नर्स पर आरोप है वह फोन पर बात करती रही और प्रसूता की डिलेवरी एक महिला स्वीपर पर करवा दी। जिससे एक अबोध दुनिया में आने से पहले ही रूखसत हो गया। परिजनो ने हंगामा किया तो डॉक्टरों ने फिर पुलिस बुला ली। 

कलेक्टर शिल्पा गुप्ता को इस अस्पातल के मामले में आगे आना होंगा। उन्हे यहां बडी कार्रवाई करनी होगी तभी यहां का ढर्रा सुधर सकता हैं। जैसा कि आज परिजनों ने आरोप लगाया कि प्रसुता रिना पाल की डिलेवर के दौरान डय़ूटी पर तैनात फोन पर बात कर रही थी और अनट्रेंड महिला स्वीपर ने डिलेवरी करवाने का प्रयास किया तो नवजात बच्चेदानी में फस गया। और उसकी मौत हो गई। 

इस मामले में जांच कैसी तत्काल अस्पताल प्रबंधन को डिलेवरी का समय और उस ड्यूटी नर्स की कॉल डिटेल चैक करानी थी दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता। आज तक अस्पताल के किसी भी कर्मचारी या डॉक्टर पर कोई भी कार्रवाई न होने के कारण मरिजो की जान के साथ खिलवाड  आम बात हो गई.........

और अत: में,शिवपुरी के महान चरण भक्त नेता...
शिवपुरी के जनप्रतिनिध और नेताओ ने आज तक अस्पताल के ऐसे किसी भी मामले में कोई हस्तक्षेप नही किया हैं बस अखवार में खबर पड कर सोशल मिडिया ऐसे किसी मामले को शेयर कर केवल अपनी ऊंगलियो को कष्ट देकर संवेदनाए प्रकट कर दी। बस हो गई जनसेवा.......

क्या शिवपुरी के ऐसे चरण भक्त नेताओ को अस्पताल जाकर मामले को नही समझना चाहिए कि क्यो रोज अस्पताल में हंगामा हो रहा हैं। क्या विरोध करने के लिए शिवपुरी की मिडिय़ा ही है। अगर इनके नेताओ को  छीक भी आ जाए तो सुंदर काण्ड का पाठ बिठाल देते हैं। 

पूरी चरण भक्ति का चालीसा पढ दिया जाता हैं,वो तो इन नेताओ का बस नही चलता नही तो सुदंर काण्ड की जगह चरण चलीसा भी शुरू कर दे। हां इनके नेताओ के खिलाफ कोई कुछ लिख दे तो सोशल पर इनके भक्त चरण चालीसा अवश्य शुरू कर देते हैं,ऐसे नेताओ पर धिक्कार हैं।