अंधे कत्ल का पर्दाफाश: पुलिस को गुमराह कर रहे थे आरोपी, मोबाईल से पकड़े गए

शिवपुरी। खबर जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां पुलिस ने लगभग 2 माह पहले हुए एक अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर लिया है। इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि आरोपी खुद दो बार पुलिस के पास आ गए। और पुलिस को गुमराह करते रहे। परंतु पुलिस ने इस मामले में मोबाईल के आधार पर आरोपीयों को दबौच लिया है। जानकारी के अनुसार बीते 12 जून को  जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र में जगनाल जाटव की लाश पण्डित वाले खेत में खटिया पर पड़ी हुई है। इसके सिर में कुल्हाड़ी के निशान भी मिले हुए थे। इस मामले में तेंदुआ पुलिस ने तत्काल हत्या का मामला दर्ज कर मामला विवेचना में ले लिया था। 

उसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे का स्थांनातरण हो गया। उनके स्थान पर शिवपुरी की कमान पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने संभाली। कमान संभालते ही पुलिस अधीक्षक ने पुराने अपराधों के निकाल के आदेश सभी थाना प्रभारीयों को दिए। जिस पर हत्या के इस मामले में पुलिस ने आरोपीयों पर 10 हजार रूपए का इनाम भी घोषित कर दिया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने नबागत एडीशनल एसपी गजेन्द्र सिंह कंवर और एसडीओपी कोलारस अमरनाथ वर्मा को उक्त हत्याकाण्ड का खुलाशा करने के लिए निर्देशित किया। 

आज पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले की विवेचना करते हुए पुलिस ने संदेह के आधारा पर तेंदुआ थाने के हिस्ट्रीसीटर बदमाश गुल्टू उर्फ राजाराम रावत उम्र 70 साल को उठाया। उसके पूछताछ की तो वह आरोप से मुकर गया। बताया गया था कि पुलिस ने इस मामले में फरियादी की रंजिश की जानकारी जुटाई। जिसपर सामने आया कि फरियादी का प्रदीप रावत और बंटी शर्मा से जमींन को लेकर विबाद चल रहा था। जिसपर वह कई बार मृतक को धमकी भी दे चुके थे। 

इस पर पुलिस ने दोनों आरोपीयों को उठाया तो वह भी आरोप से मुकर गए। तभी पुलिस ने इन तीनों संदेहीयों के मोबाईल को ट्रेसिंग पर डाला। तो सामने आया कि आरोपीयों ने इस हत्या काण्ड के पांच दिन तक मोबाईल बंद रखा हुआ था। जब मोबाईल बंद होने का कारण पुलिस ने पूछा तो उन्होंने मोबाईल खराब हो जाने की बात कही। उसके बाद पुलिस को और शक हुआ तो पुलिस ने फिर शक्ति से पूछताछ की तो आरोपी ज्यादा देर तक पुलिस ने सामने नहीं टिक पाए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। 

इस मामले में पुलिस ने आरोपी हिस्ट्रीसीटर बदमाश गुल्टू उर्फ राजाराम रावत उम्र 70 साल निवासी ख्यावदा थाना सिरसौद, हाल ग्राम देहरोद थाना तेन्दुआ (जिस पर हत्या के 03 प्रकरणों के साथ एक दर्जन से अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं) से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने इस बारदात में सामिल दोनों आरोपी गुल्टू रावत ने प्रदीप भार्गव पिता हरिचरण शर्मा निवासी भैरोन, बंटी शर्मा पिता नरेश शर्मा उम्र 24 साल निवासी भैरोन के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया। जिसपर पुलिस ने तीनों आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया। 

इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में थाना प्रभारी तेन्दुआ विकास यादव, थाना प्रभारी सुरवाया रविंन्द्र सिंह सिकरवार, प्रभारी कण्ट्रोल रूम जितेन्द्र शाक्य, रामनरेश, अशोक शर्मा, राकेश सेंगर, राजपाल मॉझी, आलोक जैन, रामप्रवेश शर्मा, विजय सेंगर, रवि नरवरिया, रविंन्द्र बुन्देला, बीरबल, नागेन्द्र जाट, मनीष, कदम, वदनसिंह, हरीश रावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।