प्रदेश में प्रथम आने वाले दिग्विजय सिंह ने प्रतिदिन 6 घटें शिक्षा दान की तब यह मुकाम हाासिल किया

शिवपुरी। हमारे शास्त्रो में दान का बडा ही महत्व हैं। दान कैसा भी हो उत्तम की श्रेणी में लेकिन शिक्षा दान सबसे बडा दान हैं। शिवपुरी के दिग्विजय सिंह सिंकरवार जो पीजी कॉलेज में अतिथि विद्वान के रूप में छात्र-छात्राओ को नौकरी के रूप में नही पढाया बल्कि ज्ञान दान किया। कहते है कि दान सो गुना वापस आता है, यह भी हुआ दिग्विजय सिंह सिकरवार ने सहायक प्राध्यापक चयन परिक्षा 2017 में प्रदेश में चयनित होकर पहला मुकाम हासिल किया है। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सहायक प्राध्यापक चयन परीक्षा 2017 के विधि विषय के अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। इस परिणाम में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी में अतिथि विद्वान के रूप में कार्यरत दिग्विजय सिंह सिकरवार ने 396 में से 392 अंक हासिल किए है। जिसमें वह 98.98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर मध्यप्रदेश की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले शिवपुरी के प्रथम छात्र बन गए है। 

यह है दिग्विजय सिंह सिकरवार का अकादमिक रिकॉर्ड 
दिग्विजय सिंह सिकरवार ने बीएससी एवं एलएलबी की परीक्षा शिवपुरी के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से उत्तीर्ण की तथा एलएलएम की परीक्षा शासकीय एमएलबी कॉलेज ग्वालियर से उत्तीर्ण  करने के उपरांत जून 2013 एवं पुन: जून 2014 में विधि विषय में यूजीसी नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा नेट उत्तीर्ण की। 

वर्ष 2017 में सहायक प्राध्यापक परीक्षा हेतु मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित स्लेट परीक्षा उत्तीर्ण कर मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। दिग्विजय सिंह वर्तमान में शासकीय पीजी कॉलेज शिवपुरी में विधि विषय में अतिथि विद्वान के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

दिग्विजय के पिता मंगल सिंह सिकरवार, आदिम जाति कल्याण विभाग शिवपुरी के व्यायाम निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके सहायक प्राध्यापक परीक्षा में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें महाविद्यालय के प्राध्यापकगणए राजनेताओं तथा प्रबुद्घ नागरिकों ने बधाई दी।