अभी भी प्यासा है मड़ीखेड़ा डेम, स्तर पहुंचा 337 पर, तीन साल से नहीं खुले गेट

शिवपुरी। जिले में हो रही तेज बारिश के चलते मड़ीखेड़ा डेम का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इतनी बारिश हो जाने के बाद भी मड़ीखेड़ा डेम अभी भी प्यासा है। अभी तक मडीखेड़ा डेम का जल स्तर 337 मीटर तक पहुंचा है। बीते तीन साल से कम बर्षा की मार झेलकर प्यासा रह रहा मडीखेड़ा डेम इस बार पूरा भरने के आसार दिख रहे है। यहां पर इस बांध में पानी के भराव की क्षमता 346.25 मीटर है। आने वाले समय में ऐसा ही बारिश का क्रम बना रहा तो यह बांध इस साल पूरा भर सकता है। 

वहीं बांध के केचमेंट एरिया विदिशा, गुना व अशोकनगर इलाके में लगातार बारिश होने से शिवपुरी जिले के अमोला के पास सिंध नदी में पानी बढ़ा है और अमोला पर जो पुराना पुल है वह डूबने की स्थिति में है। यहां पर पुल से लेबल पानी सिंध नदी में बह रहा है। हालांकि यह पुल डूब क्षेत्र में ही आता है और यहां पर झांसी फोरलेन पर नया ऊंचा पुल बनने से यातायात में कोई दिक्कत नहीं आती है। पिछले साल कम बारिश होने से अमोला में सिंध नदी पूरी तरह से सूखी थी और नदी में पानी काफी कम था लेकिन इस साल अच्छी बारिश के बाद यहां पर सिंध नदी में पानी बढ़ गया है। 

शहर में बारिश के चलते चांदपाटा ऑवर फ्लों हो गया है। जिसके चलते कल चांदपाटा के गेंट खोलने पड़े। इसके अलावा शहर में पानी सप्लाई का प्रमुख स्त्रोत सांख्य सागर झील में भी पानी का लेबल बढ़ गया है। इस झील में पिछले कुछ दिनों पहले तक वाटर लेबल 1132 फीट ओवर फ्लू होने के बाद इसके गेट खोले गए थे जिससे चांदपाठा तालाब में भी पानी भर गया था। कुल मिलाकर इस बार सांख्यसागर झील और चांदपाठा तालाब में बीते तीन वर्षों की अपेक्षा अच्छा पानी आ गया है जो इस बार की गर्मी के सीजन के लिए पानी सप्लाई में मददगार रहेगा। 

जिले में अभीतक 622.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज शिवपुरी जिले में 1 जून 2018 से अभीतक तक कुल 622.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। जबकि गत वर्ष आज दिनांक तक कुल 293.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई थी तथा जिले की औसत 816.3 मि.मी. है। अधीक्षक भू अभिलेख शिवपुरी से प्राप्त जानकारी अनुसार 1 जून 2018 से अभीतक तक तहसीलवार वर्षा की स्थिति इस प्रकार है। शिवपुरी में 653.0 मि.मी., कोलारस में 763.0 मि.मी., करैरा में 729.4 मि.मी., नरवर में 798.0 मि.मी., पिछोर में 388.0 मि.मी., खनियांधाना 359.0 मि.मी., पोहरी में 514.0 मि.मी., बदरवास में 720.0 मि.मी., बैराड़ में 675.0 वर्षा दर्ज की गई।