पति ने छोड़ी शराब तो टूटने से बच गई 33 साल पुरानी शादी, 6 परिवारो में सुलह

शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में रविवार को आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में कुल 28 प्रकरण प्रस्तुत किये गए। इसमें जहां 6 प्रकरणों में समझौता कराया गया। वहीं 01 प्रकरण में  वैधानिक कार्यवाही की अनुशंसा की गई। वहीं 08 प्रकरणों में दोनों पक्ष उपस्थित नहीं हुए एवं 6 प्रकरणों में एक पक्ष नहीं आया।  04 प्रकरणों में न्यायालय जाने हेतु समझाईश दी गई दो प्रकरणों में लडक़ी ससुराल जाने से साफ मना किया। वहीं एक प्रकरण जमीनी विवाद का होने के कारण सुनवाई नहीं की गई। 

ग्वालियर जौन के आईजी अंशुमन यादव के कुशल मार्गदर्शन एवं शिवपुरी जिला पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर के कुशल नेतृत्व में एवं निर्देश पर जिला पुलिस परिवार परामर्श शिविर रविवार को आयोजित किया गया। जिला पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में परामर्शदाताओं के प्रयास और पारिवारिक समझाइश से 6 बिछड़े परिवारों में सुलह कराई गई। 

सबसे रोचक प्रकरण शिवपुरी निवासी अंगद सिंह का था जिसका अपनी पत्नि रामो से विगत एक साल से विवाद चल रहा था। यहां लिखना प्रासंगिक होगा कि इन दौनों के विवाह को 33 साल हो गए थे और पति पत्नि नाति पोते होने के बाद तलाक पर अमादा थे। तलाक की बजह पति का शराब पीना था और वह विगत एक साल से अपने परिवार से अलग रह रहा था। 

वहीं पत्नि परिवार के साथ रह रही थी। काउन्सलरों की कुशल समझाईश से पति ने शराब न पीने का बादा करते हुए अपने पत्नि और बच्चों के साथ रहने के लिए तैयार हो गया और इनके बीच समझौता संपन्न हुआ। पति शासकीय नौकरी कार्यरत हैं। एक अन्य रोचक प्रकरण शिवपुरी निवासी वद्री का था। जिसकी शादी को एक साल हुआ था और उसकी पत्नि रानी बिलोकला गांव की निवासी थी। 

इन दोनों के बीच विवाद का कारण पत्नि को शिवपुरी की जगह गांव में रखना था। इसके साथ ही मोबाईल न दिलाना और पत्नि का ख्याल न रखना था। जिसके कारण विगत तीन माह से पत्नि अपने मायके रह रही थी। इन दोनों के बीच समझौता संपन्न कराया गया और पति न केवल पत्नि का ख्याल रखेगा और उसे मोबाईल भी दिलायेगा। इसी तरह दरगंवा निवासी रामकृष्ण का विवाह कैलबाड़ा निवासी बतो के साथ हुआ था इनके एक बच्चा भी है। 

पति-पत्नि सामंजस्य के अभाव के कारण विगत तीन माह से पत्नि अपने मायके रह रही थी। परामर्शदाताओं की कुशल काउन्सलिंग से इन दोनों के बीच समझौता हुआ और अब पति अपनी पत्नि को बैराड़ में अपने साथ रखेगा और हर माह खैरियर रिपोर्ट लगातार तीन माह देगा।