
जिसमें चलते ग्रामीण रपटे पर पानी होने के बाद भी जान जोखिम में डालकर कर अपने गांव पहुंच रहे हैं। जिससे कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं एसडीएम का कहना है कि टीआई को निर्देशित कर सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिया है।
इन गांवों के लोगों का आवागमन हुआ अवरुद्ध
छर्च क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 30 से अधिक गांवों का बिलऊआ नदी का रपटा चढ जाने के कारण रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। जिसमें ग्राम बिलऊआ, एडोभा, महदेवा, हिनौतिया, चांदपुर, खरवाया, छर्च, गल्थुनी, पुरा, लेंग, तिघरा, डिगडौली सहित अन्य 30 गांवों का रास्ता इसी रपटे के माध्यम से ही निकलना होता है। रपटे पर चेतावनी बोर्ड व सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं होने से लोग जान जोखिम में डालकर रपटा पार कर रहे हैं।
रपटे पर बहकर युवक की हो चुकी है मौत
क्षेत्र के बिलरऊ नदी पर बने रपटा पर विगत दिवस हुई तेज बारिश से रपटा पर आए पानी के तेज बहाव को रपटा पार करते समय बालकिशन ;उम्र 40 वर्ष पुत्र विद्याधर भार्गव निवासी छर्च मौत हो गई थी। बताया जाता है कि मृतक रपटा पर पानी होने के बाद भी रपटा पार कर रहा था। तभी तेज बहाव के चलते वह गया। जिसकी आए दिनांक तक प्रशासन शव को नहीं तलाश सका है। जबकि प्रशासन ने रेस्क्यू कर शव की तलाश की लेकिन शव नहीं मिला सका है।
रपटे पर न चेतावनी बोर्ड लगे न गार्ड तैनात
बिलरऊ नदी के रपटा पर प्रशासन द्वारा एक मौत के बाद भी न तो अभी तक कोई चेतावनी बोर्ड लगाया है और न ही कोई सुरक्षा गार्ड तैनात किया है। जिसके चलते ग्रामीण जान जोखिम में डालकर रपटा पार कर रहे हैं। वहीं एसडीएम का कहना है कि टीआई को निर्देशित कर गार्ड तैनात कर दिया है। जान का जोखिम है।