श्रावण विशेष: मिलिए 1000 साल पुराने शिवपुरी के भोलेनाथ से

शिवपुरी। भगवान शिव की नगरी शिवपुरी में सिद्वेश्वर मंदिर के पास स्थित गुरूगोरख नाथ का मंदिर शिवपुरी से बसने से पूर्व का है। मंदिर में स्थित प्राचीन गुरूगोरखनाथ प्रतीमा पर संवत 1067 अंकित है। इसी गोरखनाथ के मंदिर में भगवान भोले नाथ का मनभावन का शिवलिंग हैं। 

इन मूर्तियो की स्थापना किसने करवाया इसका कोई प्रमाण नही हैं। बताया यह भी जाता है कि इस मंदिर की उम्र 1 हजार साल से भी अधिक हो सकती है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण स्वयं, यह मंदिर देता है। इस मंदिर की दो मंजिला इमारत है। मंदिर की ऊपरी मंजिल पर भगवान राधा कृष्ण की मूर्ति के साथ साथ हनुमान जी की प्रतिमा है। 

लेकिन इस मंदिर की उम्र 1 हजार साल से ज्यादा अवश्य है यहां प्रमाणित करता है कि गुरूगोरखनाथ का मंदिर, गोरखनाथ मंदिर जहां बना हैं वह किसी नाथ संप्रदाय महात्मा की समाधी है और नाथ संप्रदाय के महंतो की समाधी पर शिवलिंग स्थापित किया जाता है। 

फिर कभी आगे इस समाधी पर गुरूगोरखनाथ की मूर्ति की स्थापना की गई है। हांलाकि अब यह अपने पुराने स्वरूप में नही है। मंदिर का भव्य निर्माण मप्र के धर्मस्व न्याय विभाग ने कराया हैं। सरकारी दास्तावेजों में इस मंदिर का नाम गुरूगोरख नाथ मंदिर नही बल्कि जुगलकिशोर राधाकृष्ण मंदिर हैं।