SHIVRAJ SINGH मेेरे मामा है, मुझे तीन लाख रूपए दे दो में तुम्हें Police Constable बनवा दूंगा

शिवपुरी। जिले के मासूम लोगों को लगातार गुमराह करने के मामले अक्सर प्रकाश में आते रहे हैै। परंतु आज जो मामला प्रकाश में आया हैै वह चौकाने बाला है। यहां एक युवक ने अपने आप को मध्यप्रदेश के सीए शिवराज सिंह चौहान का भांजा बताकर एक युवक को नौकरी का झांसा देकर 3 लाख रूपए हड़प लिए। जब युवक की नौकरी नहीं लगी तो आरोपी ने युवक को दो लाख रूपए का एक चैक थमा दिया। जब चैक को बैंक में लगाया तो यह चैक भी फर्जी निकला। इस मामले में फरियादी ने शपथ पत्र कराकर मीडिय़ा को दिया है। 

शपथ पत्र में फरियादी रामप्रसाद पुत्र कल्याण सिंह धाकड़ उम्र 36 साल निवासी झांडेल तहसील कोलारस ने आरोप लगाया है कि आरोपी बबलू धाकड़ उसका दूर का रिश्तेदार है। बीते कुछ दिनों पूर्व बबलू धाकड़ निवासी गौधारी हाल निवासी फिजीकल ने फरियादी को बताया कि उसकी जुगाड़ है। वह उसे पुलिस कॉन्सटेबल बना सकता है। जिसपर युवक तैयार हो गया। बबलू धाकड़ ने इस मामले के लिए आरोपी राजू चौहान निवासी एमपी नगर को कोलारस बुलाया। 

राजू चौहान ने फरियादी से कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसके मामा है। वह उसकी नौकरी पुलिस कॉन्सटेबिल में लगवा देगा। इसके एवज में उसे तीन लाख रूपए देने होगे। जिस पर युवक तैयार हो गया और झाड़ेल के सरपंच चंदन सिंह और मेहरबान सिंह निवासी जरिया के सामने आरोपी को तीन लाख रूपए 15 मार्च 2017 को बबलू धाकड़ के फिजीकल स्थिति घर पर दे दिए। 

उसके बाद फरियादी नौकरी का सपना देखता रहा। जब एक साल तक युवक की नौकरी नहीं लगी तो उसने राजू चौहान और बबलू धाकड़ के मोबाईल पर फोन लगाकर कहा कि अब नौकरी नहीं लग पा रही तो उसके रूपए ही लौटा दो। जब रूपए लौटाने की मांग की तो आरोपी गाली गलौच पर उतारू हो गए। जब बात  और ज्यादा बड़ी तो राजू चौैहान ने उसे भोपाल बैरागढ़ शाखा का दो लाख रूपए का चैक थमा दिया। 

इनका कहना है-
उक्त युवक फर्जी है। इसकी मेने कई बार मदद की हैै। बाद में पता चला कि वह फर्जी है तो मेने साथ छोड़ दिया। यह नौकरी का जो आरोप लगा रहा है वह निराधार है। मेरा इससे कोई संबंध नहीं है। 
राजू चौहान,आरोपित

जो आरोप लगा रहा है वह खुद ही धोखेबाज है। उसपर अभी 50 किसानों के केसीसी बनाबाकर रूपए एठंने का आरोप लगा था। अब यह मुझ पर झूठा इल्जाम लगा रहा है। मेरा इस मामले से कोई संबंध नहीं है। वह राजू को पहले ही जानता है। मेरा इसमें क्या रोल है। न तो वह मेरे घर आए और न ही मेरे सामने रूपए दिए। रही चेक की बात तो उसमें साईन भी मिलेंगे। न तो वह चैक मेरा है और न ही मेरेे साईन है। 
बबलू धाकड़,आरोपित