
उनका कहना है कि अगर हम शिक्षा केन्द्र (छात्रावास) में नहीं रहते तो इतने अधिक अंक प्राप्त नहीं कर पाते। वह आगे की पढ़ाई कर आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर समाज की सेवा कर अपने किसान पिता का नाम रोशन करना चाहते है। इसी संस्था में गांव सलैया का रहने वाले छात्र सुनील जाटव ने हाईस्कूल परीक्षा 2018 में 94.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण की है, वे इंजीनियर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते है।
गांव नोहरी के मोहित जाटव ने 93.2 प्रतिशत और इंदार के धर्मेन्द्र जाटव ने 91.8 अंक प्राप्त कर महाविद्यालय में प्रोफेसर बनकर सेवा देना चाहते है। कांकर सतनवाड़ा के प्रदीप जाटव ने 91 प्रतिशत अंक प्राप्त किए जो इंजीनियर बनना चाहते है। ग्राम मागरोल के नीरज जाटव 90.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर वैज्ञानिक बनकर देश की सेवा करना चाहते है।
ग्राम विनेगा के 87.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले मनीष जाटव मध्यप्रदेश लोक सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रशासनिक अधिकारी बनकर लोगों की सेवा करने का इरादा है। इंदार के श्री अर्जुन जाटव ने 84 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसी प्रकार इन छात्रावास में रहने वाले ग्राम बेदमऊ के छात्र माखन आदिवासी ने 76 प्रतिशत और कुमरूआ खनियांधाना के छात्र बंटी लोधी ने 62 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।
जिला स्तरीय बालक उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र शिवपुरी के प्रभारी श्री आर.सी.दिवाकर ने बताया कि वर्ष 2018 में कक्षा 12वीं तक के जिला स्तरीय बालक उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र में रहने वाले सभी 49 छात्रों ने परीक्षाए उत्तीर्ण की। वहीं 43 छात्रों ने प्रथम श्रेणी और 6 छात्रों ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस केन्द्र में कक्षा 12वीं के अध्ययनरत 15 छात्रों में से 14 छात्रों ने प्रथम श्रेणी में और एक छात्र ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस संबंध में विद्यार्थी आर.सी.दिवाकर के दूरभाष 9826628317 पर संपर्क कर सकते है।