
जिसके अंतर्गत 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों के पोषण एव प्राथमिक स्वास्थ्य की देखभाल औपचारिक शिक्षा के साथ पूरक आहार उपलब्ध कराने सहित राज्य शासन द्वारा बीएलओ, आर्थिक जनगणना, पल्स पोलियो, पाइलेरिया, राशनकार्ड सत्यापन सहित अन्य कार्य संपन्न कराए जाने से उनके काम मे कई गुना बृद्धि की गई है। अब तक उन्हें न्यूनतम वेतन का भुगतान किया जा रहा है।
सरकार ने वर्ष 2011 में सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित अन्य घोषणा की गई थी जिन्हें आज तक लागू नही किया गया हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एव सहायिका को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। साथ ही उन्हें 18 हजार व सहायिका को 9 हजार रुपए प्रतिमाह का भुगतान किया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एव सहायिका के उम्र का बंधन हटाते हुए बरियता के आधार पर शत प्रतिशत पद्दोन्नति किया जाए साथ ही सुपर वाइजर एव आंगनवाड़ी करी के रिक्त पदों को भरा जाए।
मानदेय एव पोषण आहार राशि का भुगतान प्रतिमाह समय पर किया जाए सहित अन्य प्रमुख मांगे शामिल है। इस मौके पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ की बीनू सेंगर, सुशीला जाटव, लीला शाक्य, हेमलता, यशोदा, रामकली सहित बीएमएस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पूरन लाल बाथम, विभाग प्रमुख रमेश शिवहरे, जिला मंत्री एस के अटरिया, अध्यक्ष हरीश चौबे, अजय श्रीवास्तव, मुकेश आचार्य सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित हुए।