
गुर्जरों की मारपीट के शिकार घायल आदिवासियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीडि़त आदिवासियों ने आज सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचैन के साथ पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंप कार्यवाही की माँग की। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल नरवर थाना प्रभारी को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार नरवर थाना क्षेत्र के ग्राम पडुआ निवासी कैलाशी बाई आदिवासी और उसका परिवार पडुआ में ही अपने खेत पर मडैया बनाकर रहता था। कैलाशीबाई की उक्त जमीन पर गाँव के दबंग गुर्जरों की नजरें गढ़ीं हुईं, वे इन आदिवासियों की जमीन को हथियाना चाहते हैं और इन्हीं मंसूबों के चलते कल दबंग गुर्जर जशरथ पुत्र जण्डेल गुर्जर और लल्लू गुर्जर ट्रैक्टर लेकर आदिवासियों के खेत पर आ धमके।
जण्डेल गुर्जर और लल्लू गुर्जर ने आदिवासियों को जातिसूचक गालियां देते हुए कैलाशीबाई आदिवासी की सास राधाबाई को ल_ों से पीट डाला, बीच बचाव को पहुंची उसकी लडक़ी मंजेश के भी हाथ में डण्डा मार दिया, इसी बीच महिला का देवर हल्के आ गया जिसे घेरकर गुर्जरों ने मारपीट कर डाली। इस घटना के गाँव के ही राकेश और नारायण आदिवासी भी आ गए जिन्होंने गरीब आदिवासियों को इन दबंगों के कहर से बचाया।
कैलाशीबाई ने बताया कि दबंग गुर्जर जाते जाते खेत छोडऩे और न छोडऩे पर जान से मारने की धमकी देकर चले गए। घायल आदिवासियों को डायल 100 की मदद से शिवपुरी लाया गया। आज पीडि़त आदिवासियों सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचैन के साथ पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर को शिकायत की, पुलिस अधीक्षक की पहल पर दबंगों के खिलाफ मारपीट एवं एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।