
जब यशोधरा राजे सिंधिया बैठक में पहुंची तो उन्है अधिकारी और कर्मचारियो के अतिरिक्त कोई नही मिला। जब उन्होने पूरी जानकारी ली तो राजे बैठक से उठकर डीआरडीए कार्यालय पहुंची और वहां बैठी जिला पंचायत अध्यक्ष और जिला पंचायत के सदस्यो को मनाया जब की जाकर बैठक शुरू हुई। बताया गया है कि राजे के शिवपुरी के प्रवास की सूचना पर जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में सीधे नही पहुुंचे ओर बिना जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यो को सूचना देकर सीधे यशोधरा राजे सिंधिया को लेने चले गए थे।
बैठक में हुआ हंगामा
इस बैठक में जमकर हंगामा हुआ और सीईओ राजेश जैन पर अध्यक्ष और सदस्यो ने जमकर आरोप लगाए बताया गया है कि सीईओ ने बीस साल से भ्रष्टाचार के आरोप में निलबिंत चल रहे एक पंचायत सेकेट्री को बहाल किस आधार पर कर दिया इस बात पर सबसे ज्यादा हंगामा हुआ।
विगत चार तारीकों से लगातार टाली जा रही जिला पंचायत सदस्यों की बैठक आखिरकार सदस्यों के दबाव में बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित जिला पंचायत कार्यालय में संपन्न हुई। जिला पंचायत सदस्यों द्वारा जिला पंचायत की राशि को सीईओ द्वारा मनमाने रवैये से खर्च किए जाने पर खासा बवाल मचाया गया जबकि बीस साल से निलंबित एक जिला पंचायत सैकेट्री को अचानक बहाल किए जाने पर भी सदस्यों ने इसे नियम विरूद्ध बहाली बताते हुए सीईओ को जमकर खरी-खोटी सुनाईं।