यह है आदर्श गांव की स्थिति: पूरी हरिजन बस्ती में मंजूर नहीं हो पाई पीएम आवास योजना

शिवपुरी। सतेन्द्र उपाध्याय:  वैसे तो कोलारस में हुए उपचुनाव में पूरा शासन प्रशासन जी तोड़ मेहनत करने के बावजूद भी यहां से BJP को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। यहां रहे मंत्रीयों ने कोलारस में योजनाओं का भंडार पूरी तरह से खोल दिया था। परंतु इसी बीच कोलारस तहसील का एक आदर्श गांव ऐसा भी है जहां आज तक एक भी पीएम आवास योजना स्वीकृत नहीं हुई। जब इस संबंध में जानकारी ली तो पता चला कि उक्त गांव का नाम सूची में ही नहीं है। अब प्रधानमंत्री आदर्श गांव की अगर यह स्थिति है तो क्षेत्र की हालात क्या होगी यह समझ से परे है। 

हम बात कर रहे है कोलारस अनुविभाग के अटूनी ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आदर्श गांव खरई की। यह गांव पूरा हरिजन बस्ती है जिसे शिवपुरी जिले के उन चुनिंदा गांव में शामिल किया गया है जो कि आदर्श गांव है। इस गांव हर साल 20 लाख रूपए की फंडिंग आती है। यह बता दें कि कोलारस जनपद अध्यक्ष सकुन बाई जाटव का ग्रह क्षेत्र जहां इनका लुकवासा में निवास है और लुकवासा और अटूनी जनपद क्षेत्र से चुनाव जीती थी। उसके बाद भी इस गांव की यह स्थिति समझ से परे है। 

इस गांव में शत प्रतिशत पूरी हरिजन बस्ती को उज्जवला योजना के तहत पात्रता दी गई। इस गांव में सबसे अहम बात यह है कि इस गांव में आज दिनांक तक एक भी प्रधानमंत्री आवास योजना से पूरा गांव बंचित है। इस उपचुनाव में दलित मंत्री लाल सिंह आर्य भी गांव को आवास योजना दिलाने का आश्वसन दे चुके है।

बताया यह भी गया है कि इस गांव के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची तो आई थी परंतु एक महिला अधिकारी ने उक्त सूची को इस क्षेत्र की न बताकर खरई तेंदुआ की बताकर स्थानांतिरत कर दिया। उसके बाद जब वहां इन नामों की पड़ताल की गई तो वहां भी उक्त नाम नहीं मिले। जिसपर उक्त सूची को वापिस भेज दिया। एक अधिकारी की गलती पूरा गांव भुगत रहा है।

इनका कहना है-
हां कोलारस क्षेत्र में ऐसे 6 गांव है जिनका नाम पीएम आवास की लिस्ट में नहीं आया है। इस संबंध में हमने मंत्री जी को भी बता दिया है और प्रतिवेदन बनाकर भोपाल भी भेज दिया है। अब भोपाल से उक्त नाम स्वीकृत होकर आएगे। तक इन्हें योजना का लाभ मिलेगा। रही बात सूची को लौटाने की तो यह गलत है। हमारे यहां से किसी ने सूची वापिस नहीं की। 
सुमन चक चौहान, सीईओ जनपद पंचायत कोलारस