
कम्प्यूटर कर्मचारी के लेनदेन की चर्चा
विश्वसनीय सूत्रों की मानेें तो एक प्राइवेट कम्प्यूटर कर्मचारी द्वारा जमकर नोटों का लेनदेन किया जा रहा है। इस तरह के आरोपों के चलते पूर्व में उसे हटा भी दिया गया था,लेकिन भ्रष्टाचार की गणित,किसका काम होना है और किसका नही,कितना लेना है यह सभी चीजे यह प्राईवेट कर्मचारी ही करता है। कुल मिलाकर यह कह सकते है कि अघोषित रूप से तहसील पर इसी कर्मचारी का कब्जा है। सरकारी कर्मचारी भी इसी प्राईवेट कम्प्यूटर ऑपरेटर के पीछे-पीछे घुमते फिरते है।
कलेक्टर जांच कराएं तो सामने आ सकता है फर्जीवाड़ा
एक बाबू एवं तहसील के कर्मचारियों द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तहसील में जनता का जमकर शोषण किया जा रहा है, न ही उनके प्रकरणों को समय पर निपटाया जा रहा है। बताया तो यह भी जा रहा है कि लेनदेन करके तहसील के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों द्वारा बैक डेट की फाइलों को निपटाया जा रहा है। यदि तहसील के रिकॉर्ड की जिला कलेक्टर जांच करे तो सब कुछ सामने आ जायेगा और एक निजी कर्मचारी की करनी को सबको भुगतना पड़ेगा।