नगर पालिका की बैठक में हंगामा, नपाध्यक्ष के खिलाफ BJP पार्षद की चुप्पी, बैठक स्थगित

शिवपुरी। नगर पालिका परिषद की आज की बैठक में यह आशा की जा रही थी कि नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के खिलाफ अविश्वास की चर्चाओं के मद्देनजर बैठक में भाजपा पार्षद उन्हें जमकर निशाना बनाएंगे, लेकिन ऐसा तो हुआ नहीं, बल्कि परिषद की जितनी भी कार्रवाई चली उसमें नगर पालिका की हास्यास्पद, बेहूदा और अराजक कार्यप्रणाली उजागर हुई। पहले दो मामलों में इतना हंगामा हुआ कि परिषद की बैठक स्थगित करनी पड़ी। सबसे पहले पार्षद पति अनिल बघेल ने बैठक में मामला उठाया कि पिछले एक माह से फतेहपुर सम्पबैल बंद पड़ा और जिससे चार वार्डों में पेयजल की सप्लाई नहीं हो रही। महज 50 रूपये का स्क्रू लगाने से सम्पबैल शुरू हो जाएगा, लेकिन नगर पालिका यह भी नहीं कर पा रही। इस पर नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने नपा अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हजारों रूपये की नोटशीट वैसे ही चला दी जाती है और जनहित के इस काम को करने में आपको बाधा आ रही है।

इस पर सीएमओ गोविन्द भार्गव ने परिषद को आश्वस्त किया कि आज शाम तक सम्पबैल चालू हो जाएगा। परिषद के एजेण्डे में पहला बिन्दु था अग्रसेन चौक सौंदर्यीकरण कार्य के संपादन हेतु विचारार्थ। इस बिन्दु पर वार्ड 2 की कांग्रेस पार्षद मुन्नीदेवी अग्रवाल ने नपा प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अग्रवाल समाज ने उनके विश्वास और आश्वासन पर अग्रसेन चौक का निर्माण कराया था और नपा प्रशासन ने उसका भुगतान अग्रवाल समाज को करने का आश्वासन दिया था, लेकिन वह भुगतान आज तक नहीं हुआ।

इस बिन्दु पर कांग्रेस पार्षद इस्माइल खान और पार्षद पति संजय गुप्ता पप्पू ने उनका साथ दिया और कहा कि वैसे अग्रवाल समाज स्वयं सक्षम है, लेकिन जब अध्यक्ष ने उन्हें भुगतान का आश्वासन दिया था तो उनका भुगतान क्यों नहीं किया गया। अपनी तरफ से नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने सफाई देने की कोशिश की और कहा कि मैंने अग्रवाल समाज को आश्वासन दिया था कि परिषद में इस मामले को लाया जाएगा और इसका निर्णय उनके हित में होगा, लेकिन हस्तक्षेप करते हुए भाजपा पार्षद भानु दुबे ने कहा कि केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने अपनी विधायक निधि से इसका भुगतान कर दिया है।

इस पर भाजपा पार्षदों ने यशोधरा राजे सिंधिया जिंदाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस पार्षद मुन्नी अग्रवाल ने भुगतान के लिए यशोधरा राजे को धन्यवाद दिया। विदित हो कि पोहरी रोड पर पूर्व में निर्मित अग्रसेन चौक रोड के समानान्तर नहीं था जिस कारण नपाध्यक्ष कुशवाह ने अग्रवाल समाज को आश्वासन दिया था कि वह दूसरा अग्रसेन चौक बनवाएं जिसका भुगतान नगर पालिका कर देगी। इस मामले में नगर पालिका की शहर में जमकर हंसाई हुई। दूसरे मामले में नगर पालिका की अराजक कार्यप्रणाली तब स्पष्ट हुई जब वार्ड क्रमांक 9 में पार्षद आकाश शर्मा ने उनके वार्ड में अधूरे गेट को पूर्ण कराने के संबंध में जानकारी चाही।

विदित हो कि गैलेक्सी होटल के पास नगर पालिका ने 2012 में 3.20 लाख रूपये की लागत से गेट निर्माण हेतु टेण्डर निकाले थे और संबंधित ठेकेदार ने अधूरा काम छोड़ दिया। ठेकेदार नगर पालिका से 75 हजार रूपये से अधिक का भुगतान प्राप्त कर चुका था और उसकी एफडी भी रिलीज की जा चुकी थी। पार्षद आकाश शर्मा ने इस मामले की फाइल जब मांगी तो सीएमओ गोविन्द भार्गव ने एक फाइल उनकी ओर बढ़ाई जिसे देखते ही आकाश शर्मा ने कहा कि यह फर्जी फाइल है और हाल ही में तैयार की गई है और पुरानी फाइल कहां हैं।

श्री शर्मा ने पार्षदों से कहा कि नपा अधिकारी परिषद को भ्रमित कर रहे हैं और आप सबको जेल भेजने की तैयारी है। नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने कहा कि यदि यह पुरानी फाइल है तो इसमें टेण्डर, वर्क ऑर्डर, परिषद आदि के कागजात क्यों नहीं लगे हैं। उन्होंने उग्र लहजे में कहा कि यह बताईए कि यह फर्जीवाड़ा करने की जरूरत क्यों पड़ी। पार्षद शर्मा ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि यह बताया जाए कि दो माह में यह कार्य पूर्ण होना था और छह साल में भी नहीं हो पाया फिर ठेकेदार के खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की गई तथा उसकी एफडी क्यों रिलीज की गई। अपनी तरफ से सहायक यंत्री आरडी शर्मा ने सफाई देने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी सफाई से परिषद को संतुष्ट नहीं कर पाए। बैठक में इतना हंगामा हुआ कि उसे कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।