अमोला डकैती काण्ड: 36 घटें बाद भी पुलिस गिरोह का नाम तक पता नहीं कर पाई

शिवपुरी। 2 दिन पूर्व हुईं अमोला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव टपरन में हथियार बंद डकैतो ने घर में घुसकर डकैती डाल दी थी। इस घटना को लगभग 36 घटें गुजर चुके है लेकिन पुलिस के हाथ अभी खाली है। पुलिस अब तक इस गिरोह का नाम तक पता नहीं कर पाई। बताया गया है कि डकैती काण्ड को सुलझाने ओर अपराधियो को पकडनें के लिए 3 थानो की पुलिस जुटी हुई है। डकैतो ने 6 माह की मासूम के सिर पर बंदूक तानकर इस लूटपाट के काण्ड को अंजाम दिया। इस पूरे मामले में सबसे चौकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने इस डकैती की घटना को साधारण चोरी की धाराओ में दर्ज किया है। कुल मिलाकर डकैतों को रोक पाने में नाकाम पुलिस ने माथे पर कलंक ना दिखे इसलिए एफआईआर में धाराओं की नई रणनीति अपना ली है। 

बंदूक के बल पर डाका 
जैसा कि विदित है कि फरियादी प्रकाश बघेल पुत्र जगना बघेल ने अमोला थाना पुलिस को बताया कि रविवार-सोमवार की आधी रात चार बदमाश आए। तीन पर बंदूक और एक पर लाठी थी। बदमाशों ने पूरे परिवार को बंदूक दिखाकर दूसरी तरफ बिठा दिया। उसके बाद एक बदमाश ने उसकी 6 माह की बेटी की कनपटी पर बंदूक रखकर घर में रखेे 14 हजार नगद व जेवर सहित कुल 50 हजार रुपए का माल समेटकर ले गए।

गिरोह ने बनवाया था महिलाओ से खाना 
इस दौरान बदमाशों ने घर की महिलाओं को बंदूक दिखाकर कहा कि उन्हें जोर की भूख लगी हैै सभी महिलाए उनके लिए खाना बनाए। जिसपर सभी महिलाएं बंदूक देखकर डर गई और खाना बनाने में लगी रही। हांलाकि आरोपीयों ने बना हुआ खाना खाया नहीं अपितु महिलाओं को उलझाने के लिए उन्होने उक्त घटनाक्रम को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ धारा 458, 382 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

चौंकाने वाली बात तो यह है कि अमोला थाने में डकैती की घटना को चोरी के तहत दर्ज किया गया है। थानेदार गोपाल चौबे का कहना है कि यदि गिरोह पकड़ा गया तो लूट की धारा बढ़ा देंगे। कुल मिलाकर डकैतों को रोक पाने में नाकाम पुलिस ने माथे पर कलंक ना दिखे इसलिए एफआईआर में धाराओं की नई रणनीति अपना ली है।