यशोधरा राजे ने नावली में हाई स्कूल, शाजापुर में प्राइमरी स्कूल का लोकार्पण किया

शिवपुरी। खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने का उनका मुख्य उद्देश्य केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा संचालित विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत लाभांवित होने वाले हितग्राहियों से रूबरू होकर योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत जानना है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती सिंधिया ने आज शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नावली, चंदावनी, शाजापुर, अमरपुर, और बरेला में ग्रामीणों के साथ चर्चा कर योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान पोहरी विधायक श्री प्रहलाद भारती, कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश जैन, अनुविभागीय अधिकारी पिछोर सी.पी.प्रसाद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। 

श्रीमती सिंधिया ने ग्राम नावली में 1 करोड़ की लागत से हाईस्कूल भवन, प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत 32 लाख की लागत से निर्मित सिरसौद खोड़ बरेला सडक़ मार्ग का और ग्राम शाजापुर में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 11.40 लाख की लागत के निर्मित प्राथमिक शाला भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने नावली में अनुसूचित जाति बस्ती एवं दुर्गापुर में हेण्डपंप खनन करने की भी घोषणा की।  

श्रीमती सिंधिया ने कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि महिलाओं के उत्थान एवं उनके जीवन में सुधार लाए बिना देश का विकास संभव नहीं है। इसी को ध्यान में रखते हुए देश में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जा रहे है। 

इन गैस कनेक्शन के माध्यम से जहां महिलाओं को खाना बनाने में सहूलियत होगी और लकड़ी से निकलने वाले धूंए से भी छुटकारा मिलेगा, वहीं ईधन के रूप में उपयोग में होने वाले पेड़ों का भी संरक्षण होगा। 

उन्होंने हितग्राहियों से चर्चा करते हुए जानकारी ली कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सहरिया जनजाति की महिलाओं को पोषण आहार हेतु दी जाने वाली एक हजार रूपए की प्रतिमाह की राशि की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी महिलाओ के खाते खोले जाए और जिन महिलाओं के बैंक खातों में राशि जमा नहीं हुई है, उन महिलाओं के खातों में 4 माह की एक मुश्त राशि 4 हजार के रूप में जमा कराई जाए। 

उन्होंने स्वसहायता समूहों के सदस्यों से आग्रह किया कि वे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सहरिया जनजाति के लोगों को जाकर बताए और उनके लाभ लेने हेतु उन्हें प्रेरित करें और उनकी समस्याओं के निराकरण में भी सहयोग करें। 

श्रीमती सिंधिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा है कि देश का कोई भी आवासहीन व्यक्ति आवास से बंचित न रहे। इसके लिए 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध कराए जाएगें। इसी प्रकार मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप ऐसे परिवार जो आबादी क्षेत्र में निवास कर रहे है, लेकिन उनके पास मालिकाना हक का कोई प्रमाण नहीं है, उन परिवारों को आवासीय पट्टे प्रदाय कर उन्हें मालिकाना हक दिया जा रहा है। उन्होंने ग्राम नावली में ग्रामीणों की शिकायत पर स्थानीय कियोस्क संचालक के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। 

श्रीमती सिंधिया ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति का पांच लाख रूपए की नि:शुल्क उपचार की योजना शुरू की गई है, इसके लिए पंजीयन कराना होगा। उन्होंने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए संचालित मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना की जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक श्रमिकों का पंजीयन कराए। अधिकारी इस कार्य को पूरी सजगता के साथ करें।

जिससे अधिक से अधिक श्रमिकों को योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत अगले माह से गरीबों को बिजली बिल के रूप में 200 रूपए की राशि देनी होगी। जिसमें एक बल्ब, पंखा और टी.व्ही. चला सकेंगे। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव-गांव जाकर कुटीर, ग्रामोद्योग एवं स्वरोजगार की योजनाओं की जानकारी दें। जिससे इन योजनाओं का लाभ लेकर स्थानीय स्तर पर ही लोग स्वरोजगार स्थापित कर सके।