शहर के डिवाइडर बने जानलेवा, आए दिन हो रहे हादसे, लोग हो रहे चोटिल

शिवपुरी। शहर में बने डिवाइडर हादसों का सबब बन रहे हैं। लंबे समय से मेंटीनेंस कार्य न होने के कारण बने डिवाइडर जगह-जगह से टूट गए हैं। वहीं इन डिवाइडरों पर लगे ट्री गार्ड भी टूटकर नीचे लटक गए हैं। सबसे खराब हालात ग्वालियर बायपास से लेकर कमलागंज तक बने डिवाइडर की है। यह डिवाइडर रात के समय दिखाई नहीं देते जिस कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। ऐसा नहीं है कि इसकी खबर संबंधित विभाग को नहीं है लेकिन इनका मेंटीनेंस कार्य करने की सुध अभी तक किसी ने नहीं ली है। 

यह है डिवाइडरों के हालात
शहर से निकली मैन रोड पर बने डिवाइडर जगह-जगह से टूट गए हैं। वहीं इन डिवाइडरों पर लगे ट्री गार्ड भी टूटकर लटक गए हैं। वहीं इन डिवाइडरों पर धूल जम जाने के कारण रात के समय दिखाई नहीं देतैं। जिससे कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। 

सबसे खराब हालात कमलागंज के डिवाइडर की है। दिन के समय तो ठीक है परंतु रात के समय डिवाइडर दिखाई नहीं देता जिस कारण वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते है। अभी दो दर्जन से अधिक घटनाएं डिवाइडर के कारण घ्ाटित हो चुकी है लेकिन डिवाइडर को ठीक करवाने की सुध आज तक किसी ने भी नहीं ली।

शहर की कोतवाली रोड पर अभी कुछ महीने पहले ही नए डिवाइडरों का निर्माण किया गया है लेकिन यह डिवाइडर भी जगह-जगह से टूटने लगा है और लगाए गए पेड़ व ट्री गार्ड भी टूट गए हैं। 

रात में दिखाई नहीं देते डिवाइडर
शहर में बने डिवाइडर रात के समय दिखाई नहीं देते हैं। डिवाइरों को पीले व काले रंग से पोता गया था लेकिन ध्ाूल जम जाने के कारण यह रात में दिखाई नहीं देते हैं। वहीं इन डिवाइरों पर लगे रिफ्लेक्टर भी टूट गए तथा कुछ चोरी हो गए जिस कारण भी यह डिवाइडर रात के समय दिखाई नहीं देते। 

हो चुके हैं हादसे
डिवाडरों की हालत खराब होने की वजह से कई हादसे भी घटित हो चुके हैं। कमलागंज के पुल के पास बना डिवाइडर का कोना टूट गया है जिस कारण वह रात के समय नहीं दिखाई देता और वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं रात के समय निकलने वाले भारी वाहन भी डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। वहीं कुछ ही दिन पहले रात के समय घर जा रहे एक फोटोग्राफर की मौत भी डिवाइडर से टकरा जाने की वजह से हो गई थी। 

डिवाइडरों पर लगे पेड़-पौधै भी सूखे
शहर को सुंदर बनाने के लिए डिवाइरों पर ट्री गार्ड लगाकर पौधे लगाए गए थे। शुरुआत में तो इन पौध्ाों नगर पालिका के टैंकरों से पानी दिया गया लेकिन कुछ ही दिनों बाद इन पौधों में पानी देना बंद कर दिया। जिस कारण धीरे-धीरे यहां लगे पौधै सूख गए। इसके साथ ही ट्री गार्डों का भी मेंटीनेंस नहीं किया जिस कारण वह भी टूट गए। इतना ही नहीं शहर की कोतवाली रोड पर कुछ ही समय पहले नए डिवाइडर का निर्माण करवाया गया है। यहां भी डिवाइरों के बीचों-बीच एक दर्जन से अधिक पौधै लगाए गए थे वह भी बिना पानी के सूख गए हैं। 

सड़क भी जगह-जगह से उखड़ी
शहर में आने वाली मैन सड़क भी जगह-जगह से उखड़ गई है। जिस कारण वाहन चालक गड्डों से बचाने के फेर में भी डिवाइडरों से टकरा जाते हैं। जब इन सड़कों का निर्माण भी कुछ ही महीनों पहले करवाया गया था।

इनका कहना है 
शहर के डिवाइरों की हालत बेहद खराब हो गई है। मैं पिछले दिनों बाइक से रात के समय घ्ार जा रहा था। स्ट्रीट लाइट जल नहीं रही थी जिस कारण बाइक डिवाइडर से टकरा गई। हालांकि स्पीड कम होने की वजह से कोई हादसा नहीं हुआ। रात के समय यह डिवाइडर बिलकुल भी दिखाई नहीं देते। 
राजेश शर्मा, निवासी पुरानी शिवपुरी।

बीती रात शादी समारोह में शामिल होकर स्कूटी से अपने घर जा रहे थे। कमलागंज पर बना डिवाइडर दिखाई नहीं दिया जिस कारण स्कूटी टकराते-टकराते बची। डिवाइडरों पर कोई संकेतक भी नहीं लगे जिस कारण यह रात में दिखाई नहीं देते हैं।